झारखंड के चर्चित टेंडर कमीशन घोटाला मामले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम सहित नौ आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि एक बार फिर बढ़ गयी। सभी आरोपितों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा में पेशी के बाद अदालत ने रिमांड अवधि बढ़ाने का फैसला सुनाया। मामले में आरोपियों की अगली पेशी 12 जुलाई को होगी।
बता दें कि मामले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के साथ संजीव लाल, जहांगीर आलम, ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम, उनका भतीजा आलोक रंजन, हरीश यादव, नीरज मित्तल, रामप्रकाश भाटिया और तारा चंद शामिल हैं।
बता दें कि ईडी ने बीते 6 मई को घरेलू सहायक जहांगीर आलम के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सैय्यद रेसीडेंसी स्थित आवास पर छापेमारी की थी, जहां से 33.70 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे। संजीव लाल को लेकर ईडी की टीम प्रोजेक्ट बिल्डिंग स्थित उनके दफ्तर पहुंची थी और तलाशी ली गयी थी। वहां से करीब 12 लाख रुपये बरामद किये गये थे। कुछ पुराने नोट भी तब वहां से बरामद किये गये थे, जिनका प्रचलन 2016 के बाद से बंद है। ईडी ने उस दिन करीब छह ठिकानों पर छापेमारी कर 37 करोड़ रुपये बरामद किये थे। इसी मामले में मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार किया था। बाद में आलमगीर आलम ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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