Rajya Sabha Election 2024:  झारखंड राज्यसभा चुनाव में हरिहर महापात्रा की एंट्री से मंडरा रहा क्रॉस वोटिंग का साया! क्या हो सकता है बड़ा खेला?

 Rajya Sabha Election 2024: बीजेपी ने डॉ प्रदीप वर्मा को झारखंड से राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया है. झारखंड में राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना चार मार्च को जारी कर दी गयी. चुनाव आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक झारखंड में राज्यसभा की खाली हो रही दो सीटों के लिए 21 मार्च को मतदान कराया जाएगा. वहीं 11 मार्च तक नामांकन दाखिल किया जा सकेगा. 12 मार्च को स्क्रूटनी और नाम वापसी की अंतिम तिथि 14 मार्च है. 21 मार्च को वोटिंग के बाद उसी दिन मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा.

महापात्रा के नामांकन करने पर चुनाव होना तय 

झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर होनेवाला राज्यसभा चुनाव दिलचस्प मोड़ ले लेगा जब प्रसिद्ध बिजनेसमैन हरिहर महापात्रा नामांकन दाखिल करेंगे. सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन ही यह स्पष्ट होगा कि उनके नामांकन नहीं करने पर दोनों उम्मीदवार भाजपा के प्रदीप वर्मा तथा झामुमो के सरफराज अहमद जिनकी उम्मीदवारी की घोषणा अभी बाकी है, का निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय है, लेकिन महापात्रा के नामांकन करने पर 21 मार्च को चुनाव होना तय है. ऐसे में क्रॉस वोटिंग की आशंका व्यक्त की जा रही है.

महापात्रा के नामांकन से मंडरा रहा क्रॉस वोटिंग का साया 

फिलहाल सियासी गलियारे में  इस बात की चर्चा जोरों पर है कि हरिहर महापात्रा को  यहां के कुछ विधायकों पर  भरोसा  है  जिसके बल पर उन्होंने  नामांकन पत्र खरीदा. ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि उनके नामांकन से राज्यसभा चुनाव में कहीं क्रॉस वोटिंग न ही जाए .  अब सोमवार को ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनके प्रस्तावक कौन-कौन विधायक बने हैं. क्योंकि नामांकन पत्र में प्रस्तावक के तौर पर कुल संख्या के 10 प्रतिशत या सदन के कम से कम 10 सदस्यों का समर्थन जरुरी होता है. गौरतलब है कि झारखंड से राज्यसभा तक पहुंचने के लिए विधायकों की पहली प्राथमिकता के 27 वोट की जरुरत होती है.ऐसे में यदि क्रॉस वोटिंग हुई तो खेल बिगड़ सकता है. हालांकि वर्तमान में सारा समीकरण झामुमो के प्रत्याशी सरफराज अहमद के पक्ष में दिख रहा है. उनके पास झामुमो के 29 विधायकों का समर्थन है.उन्हें समस्या तब होगी जब झामुमो की ओर से क्रॉस वोटिंग होगी.

क्या हैं समीकरण?

राज्य विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं जिनमें झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक शामिल है. भाजपा के पास 26 और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के पास तीन विधायक हैं. दो निर्दलीय विधायकों के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के एक-एक विधायक हैं. एक मनोनीत सदस्य भी है. झारखंड में राज्यसभा की खाली हो रहे दो सीटों के लिए होने वाले चुनाव में अगर तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरते हैं तो चुनाव रोचक होगा. हालांकि अब तक एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ है.  इन सबके बीच रविवार को सत्ता पक्ष भी रणनीति बनाने जा रही है. सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई है.

न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार

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