अबकी बार 400 पार का नारा बुलंद करने वाले नरेन्द्र मोदी झारखंड पर अपनी सियासी नजर बनाय हुए हैं। इसी कड़ी में सिंहभूम सीट से कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा को बीजेपी ने पहले कमल थमाया, फिर अब बारी सीता सोरेन की है। कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि सीता सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही पार्टी उन्हें राजमहल से चुनावी अखाड़े में उतार सकती है। खबर में दम भी है कि राजमहल से बीजेपी के घोषित उम्मीदवार ताला मरांडी को उनके क्षेत्र से आनन-फानन में रांची तलब किया गया हैं।
उधर, जेएमएम के अध्यक्ष शिबू सोरेन को अपना इस्तीफा सौंपते हुए विधायक और घर की बहू सीता सोरेन ने अपनी खूब पीड़ा व्यक्त की है। इस्तीफे की चिट्ठी लिखते हुए सीता सोरेन ने अपने आप को परिवार और पार्टी से नजरअंदाज किये जाने का गंभीर आरोप लगाया है। राजनीतिक पंडितों का यह भी मानना है कि सीता सोरेन के साथ बीजेपी की बातचीत पिछले छह महीने से चल रही थी, लेकिन रंग तब भर गया जब चम्पाई सोरेन मंत्रिमंडल में सीता सोरेन की जगह बसंत सोरेन को जगह दी गयी। बस यहीं से दिल टूट गया सीता सोरेन का। अब आगे गीता के बाद सीता की सियासी चाल पर सबकी निगाहें जरूर टिकी रहेंगी।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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