झारखंड के चर्चित टेंडर घोटाले में आरोपी मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) की गुरुवार को उनकी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया। रिमांड अवधि खत्म होने के बाद ईडी ने आलमगीर आलम को रांची PMLA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें होटवार जेल भेज दिया गया। बता दें कि ईडी को Alamgir Alam की तीन बार कुल 14 दिनों की पूछताछ की अनुमति मिली थी। जानकारी के अनुसार इस पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। इसी पूछताछ का ही नतीजा है कि आईएएस मनीष रंजन भी ईडी के रडार पर हैं। ईडी एक बार 28 मई को उनसे पूछताछ कर चुकी है। 3 जून को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है।
बता दें कि ईडी ने बीती 6 मई को घरेलू सहायक जहांगीर आलम के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सैय्यद रेसीडेंसी स्थित आवास पर छापेमारी की थी, जहां से 33.70 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे। संजीव लाल को लेकर ईडी की टीम प्रोजेक्ट बिल्डिंग स्थित उनके दफ्तर पहुंची थी और तलाशी ली गयी थी। वहां से करीब 12 लाख रुपये बरामद किये गये थे। कुछ पुराने नोट भी तब वहां से बरामद किये गये थे, जिनका प्रचलन 2016 के बाद से बंद है। ईडी ने उस दिन करीब छह ठिकानों पर छापेमारी कर 37 करोड़ रुपये बरामद किये थे।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: Jharkhand: इंडी गठबंधन की 1 जून की अहम बैठक में शामिल होंगे मुख्यमंत्री चम्पाई