‘रांची को कराची नहीं बनने देंगे, झारखंड में दूसरे फेज की वोटिंग से पहले गिरिराज सिंह के इस बयान के क्या हैं मायने?

Jharkhand Assembly Election: झारखंड में दूसरे और अंतिम फेज के चुनाव की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में से 38 सीटों पर बुधवार 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 13 नवंबर को हुए पहले फेज में 43 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. दूसरे फेज की वोटिंग से पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने बड़ा बयान दिया है. केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को झारखंड के लोगों को एकजुट होकर मतदान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग जब मतदान करने जाएं, तो इस बात का विशेष ध्यान रहे कि उन्हें रांची को किसी भी कीमत पर कराची नहीं बनने देना है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैं झारखंड के मतदाताओं से निवेदन करूंगा, जब आप मतदान करने जाएं, तो यह जरूर सोचे कि दुमका डिवीजन में लगातार हिंदुओं की आबादी घट रही है. रोहिंग्या मुस्लिम लगातार आदिवासियों की बेटियों से शादी कर रहे हैं. यह लोग बेटी, माटी और रोटी तीनों छीन रहे हैं.’

‘दुमका को नहीं बनने देना बांग्लादेश’

उन्होंने कहा, ‘दुमका, साहिबगंज, देवघर या पलामू हो….अगर आप जिलेवार पूरी स्थिति को समझने का प्रयास करेंगे, तो आपको खुद ब खुद पूरी स्थिति के बारे में पता चल जाएगा. लिहाजा, जब आप लोग वोट देने जाएं, तो मेहरबानी करके इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपको रांची को कराची और दुमका को बांग्लादेश नहीं बनने देना है, इसलिए मैं जनता के बीच जाकर लगातार इस बात पर जोर दे रहा हूं कि एक रहोगे तो सेफ रहोगे, जबकि बंटोगे तो कटोगे.’

‘कांग्रेस को आदिवासियों के हितों से कोई लेना देना नहीं’

उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस ने आदिवासियों को सिर्फ अपने वोट के लिए इस्तेमाल किया है. इन्हें आदिवासियों के हितों से कोई लेना देना नहीं है. आदिवासियों के हित के बारे में अगर कोई पार्टी सही मायने में सोचती है, तो वो कोई और नहीं, वो सिर्फ भाजपा ही है.’ वहीं, छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने बीते दिनों स्पष्ट कर दिया था कि वक्फ बोर्ड की मंजूरी मिलने के बाद ही तकरीर की अनुमति मिलेगी. इस पर भी गिरिराज सिंह ने अपनी बात रखी.

उन्होंने कहा, ‘वक्फ बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि शुक्रवार को जाकर नमाज पढ़ें, लेकिन, इसके बाद तकरीर करने की अनुमति उन्हें ही दी जाएगी, जिन्हें वक्फ बोर्ड की ओर से मंजूरी मिलेगी. इसलिए मैं यही कहना चाहूंगा कि छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने जो फैसला किया है, वो बिल्कुल सही किया है, उसे पूरे देश पर लागू किया जाना चाहिए.’

‘भारत अब सोने की चिड़ियां नहीं सोने का शेर’

गिरिराज सिंह ने आगे कहा, भारत सोने की चिड़िया था, लेकिन, इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि इसे कई लोगों ने लूटा. इसमें मुस्लिम आक्रांता से लेकर अंग्रेज और कांग्रेसी भी शामिल हैं. इसके बाद लोगों को लगा कि सोने की चिड़िया कहां चली गई, लेकिन, आज भारत बदल रहा है. आज भारत सोने की चिड़िया नहीं, बल्कि सोने का शेर है. आज इसे कोई भी लूटने की हिम्मत नहीं कर सकता है, क्योंकि इसका रक्षक कोई और नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. अब सभी लुटेरे जेल के अंदर हैं और मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते हुए कोई भी लुटेरा भारत को लूटने की हिम्मत नहीं कर सकता है.