बराकर नदी के वीरगांव बरबेंदिया घाट पर बनने वाले पुल निर्माण कार्य का आज सीएम चम्पाई सोरेन (Champai Soren) ने शिलान्यास किया. झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा इस पुल का निर्माण किया जाएगा. इससे जामताड़ा और निरसा की दूरी न केवल कम होगी, बल्कि बंगाल से भी जामताड़ा की सीधी कनेक्टिविटी सुलभ हो जाएगी. पुल निर्माण कार्य की स्वीकृति स्टेट हाईवे अथॉरिटी द्वारा दी गई है और इसका सुपरविजन रोड डिवीजन धनबाद जामताड़ा की देखरेख में होगा. उन्होंने इस पुल की कुल लंबाई 1584 मी लगभग बताया.
जामताड़ा से धनबाद की दूरी लगभग 30 किलोमीटर कम हो जाएगी
इस पुल के बनने से जहां संथाल परगना के 6 जिलों का सीधा जुड़ाव शेष झारखंड से हो जाएगा. वही जामताड़ा से धनबाद की दूरी लगभग 30 किलोमीटर कम हो जाएगी. धनबाद और जामताड़ा के साथ-साथ पूरे संथाल परगना के के लोगों की स्कूल के निर्माण की लंबी मांग रही है। झारखंड बनने के बाद झारखंड सरकार ने इस पुल के निर्माण की आधारशिला रखी थी. झारखंड बनने के बाद वर्ष 2006 में बराकर नदी पर पुल निर्माण का कार्य शुरू कराया गया था, लेकिन घटिया निर्माण और की वजह से इस पुल के 6 पिलर का नदी में समा जाने की वजह से यह योजना बीते 16 वर्षों से अधर में लटकी हुई थी. वर्ष 2022 में इसी नदी पर नाव दुर्घटना होने से 15 लोगों की जान जा चुकी है. यह पुल धनबाद और जामताड़ा जिले के लिए लाइफ लाइन बताए जा रहा है. लगभग 300 करोड़ के लागत से निर्मित हो रहे इस पुल की प्रतीक्षा जामताड़ा और धनबाद जिले के निरसा प्रखंड के लोगों को वर्षों से है. लोग आज भी इस नदी को पार करने के लिए नाव के सहारे आवागमन करते हैं. इसी नदी पर विख्यात मैथन डैम जल विद्युत परियोजना भी स्थापित है.
परसंपत्ति का भी वितरण किया
राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आज वीर गांव फुटबॉल मैदान में झारखंड के बनने वाले सबसे लंबे सड़क पुल की आधारशिला रखी और लगभग 100 करोड़ के परसंपत्ति का वितरण किया. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि सरकार झारखंड के जनता के आकांक्षाओं पर खरा उतर रही है। आम लोगों और राज्य के जनता के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार कृत संकल्पित है. उन्होंने कहा कि वीर गांव का यह पुल इस क्षेत्र के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. यह पुल न केवल आवागमन में उपयोग होगा, बल्कि संथाल परगना के सभी जिले झारखंड से सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे. लोगों की मांग पर निर्मित हो रहा है यह पुल इस क्षेत्र के लिए रोजगार भी लायेगा.
केंद्र सरकार और भाजपा पर साधा निशाना
वहीँ वीरगांव में एक सभा को संबोधित करते हुए झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन (Champai Soren) भाजपा पर हमलावर हुए और कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद भाजपा की सरकार थी. उन्होंने आदिवासियों-मूलवासियों के दुख-दर्द को नहीं समझा. सिर्फ दुष्प्रचार किया. झारखंड की जनता के उत्थान के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया.उन्होंने (Champai Soren) भाजपा पर झारखंड के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री 2022 तक सभी को अपना पक्का मकान देने की बात कहते थे. लेकिन, झारखंड को पक्का मकान नहीं दिया. तब हेमंत सोरेन ने अपने दम पर अबुआ आवास योजना की शुरुआत की. हमारी सरकार जनता की हितैषी सरकार है. भाजपा वाले जनविरोधी हैं. हमारी सरकार झारखंडियों की सरकार है. आपकी सरकार है. इसलिए हम किसानों के हित में काम करते हैं. विद्यार्थियों के हित में काम करते हैं. गरीबों, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और विधवा के बारे में सोचते हैं.
न्यूज़ डेस्क / समाचार प्लस, झारखंड- बिहार