Milind Deora Congress: आज की राजनीति में अगर यह कहा जाये कि ‘पार्टियां मुसाफिरखाना’ हैं तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। कोई किसी पार्टी में क्यों है, कोई किसी दूसरी पार्टी में क्यों चला जाता है, इसका कारण ‘गधे के सींग’ की तरह नदारद है। फिर भी पार्टियों में नेताओं की अदला-बदली से साथ पूरी की पूरी पार्टियों की ही बदली जारी है। खैर, ये बातें तो अपनी जगह हैं, असल खबर यह है कि महाराष्ट्र से कांग्रेस के दिग्गज नेता मिलिंद देवड़ा ने अपनी पार्टी छोड़ दी है और शिवसेना-शिंदे गुट का दामन थाम लिया है। पार्टी बदलते हुए उन्होंने बड़ी दिलचस्प बात कही। उन्होंने कहा- ‘कांग्रेस का एक ही उद्देश्य है पीएम मोदी की आलोचना करना। वह कुछ भी कहें उसकी आलोचना कांग्रेस को करनी ही करनी है। अगर पीएम मोदी यह भी कह दें कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है तो वह उसका भी ये आलोचना करेंगे।’
जाहिर है कि मिलिंद देवड़ा जैसे नेता ने अगर कांग्रेस का दामन छोड़ा है तो इसकी वजह छोटी नहीं हो सकती। यहां यह बताना भी जरूरी है कि कांग्रेस से देवड़ा परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता रहा है। इसलिए लोकसभा चुनाव से पहले ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। पर देवड़ा ही क्यों, अगर हम पिछले 4-5 वर्षों के राजनीतिक घटनाक्रमों पर ध्यान दें तो अब तक 12 नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च, 2020 में कांग्रेस का साथ छोड़ा था। जबकि सिंधिया परिवार कांग्रेस का काफी विश्वसनीय रहा है। दरअसल, कांग्रेस के अंदर अपनी स्थिति से ज्योतिरादित्य काफी असहज थे। इस कारण वह जब 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गये तब कमलनाथ के नेतृत्व में चल रही तत्कालीन कांग्रेस सरकार गिर गई थी।
कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद
कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के भरोसेमंद ही नहीं, दिग्गज नेता थे। पार्टी में असंतुष्ट समूह G-23 का हिस्सा रहे गुलाम नबी आजाद ने 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। वहीं, 16 मई, 2022 को पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
हार्दिक पटेल और सुनील जाखड़
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे सुनील जाखड़ और गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी अग कांग्रेस का हिस्सा नहीं है। जाखड़ ने 2022 में कांग्रेस छोड़ी दी थी। इसी साल भाजपा में शामिल हुए हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे।
अश्विनी कुमार और आरपीएन सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब चुनावों के दौरान कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी।
अल्पेश ठाकोर और कैप्टन अमरिंदर सिंह
2019 में गुजरात में कांग्रेस के विधायक रहे अल्पेश ठाकोर ने भाजपा का दामन थामा था। वहीं, कांग्रेस की उपेक्षा से परेशान होकर पंजाब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इस्तीफा दिया था। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये।
जितिन प्रसाद और अनिल एंटनी
उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण चेहरे और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने 2021 कांग्रेस छोड़ दी थी। जबकि जनवरी, 2023 में कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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