बिहार मे शिक्षा विभाग अपने कारनामों के लिए जाना पहचाना जाने लगा है.. कभी शिक्षा विभाग अपनी अच्छी कामों पर इतराते दिखता है.. तो अपने ही मुख्यमंत्री के आदेश का अवहेलना शुरू कर देता है। 10 और 11 तारीख को ईद है इसे लेकर ईमारते सरिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इस दिन शिक्षकों का प्रशिक्षण न रखा जाए.
जिसके बाद मुख्यमंत्री ने पत्राचार करके ईद के साथ रामनवमी की भी छुट्टी की घोषणा की. मुख्यमंत्री के हवाले से पत्र जारी किया गया उसके बाद प्रत्येक जिला अधिकारियों के तरफ से भी पत्र जारी किया गया. अब शिक्षा विभाग ने कहा है कि सोशल मीडिया पर चल रहे इस पत्र को शिक्षा विभाग पुष्टि नहीं करता और यह फर्जी पत्र हैशिक्षा विभाग कोई नया फरमान नहीं जारी किया है.. इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने स्कूलिंग टाइमिंग को लेकर सदन में अपनी बात रखी थी लेकिन इस बात को शिक्षा विभाग ने अमल नहीं किया.. अब बिहार का शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री से भी ऊपर हो गया है. मुख्यमंत्री के कई आदेशों को दरकिनार करते हुए उनके आदेश को फर्जी भी बताया है।
शिक्षा विभाग की कार्यशैली और मुख्यमंत्री की सोच अब कई मामलों में अलग अलग दिख रही है.. शिक्षा विभाग के रवैया से आम शिक्षक हलकान तो है ही अब शिक्षा विभाग के अव्यावहारिक रवैया से भी काफी परेशान दिख रहे हैं. मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग अपने फसलों को लेकर आमने-सामने दिख रहा है.
पटना से मणिभूषण की रिपोर्ट
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