जमशेदपुर: टाटा स्टील के जमशेदपुर स्थित प्लांट में सोमवार की रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। प्लांट के हॉट स्ट्रिप मिल (HSM) में कार्यरत एक ठेका कर्मचारी बिजय कुमार पाणिग्रही की फर्नेस में गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्लांट में फर्नेस की मेंटेनेंस प्रक्रिया के बाद ट्रायल चल रहा था।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
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तारीख: सोमवार, 15 अप्रैल 2025
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समय: रात करीब 8 बजे
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स्थान: टाटा स्टील प्लांट, हॉट स्ट्रिप मिल (HSM), जमशेदपुर
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विभाग: फर्नेस एरिया, मैकेनिकल मेंटेनेंस सेक्शन
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मृतक कर्मी बिजय कुमार पाणिग्रही, जो कि विवेक कंस्ट्रक्शन के अंतर्गत ठेका कर्मचारी था, फर्नेस एरिया में मेंटेनेंस कार्य कर रहा था। इस दौरान:
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फर्नेस को शटडाउन कर मेंटेनेंस किया गया था
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इसके बाद ट्रायल प्रक्रिया शुरू की गई
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ट्रायल के दौरान फर्नेस डिस्चार्ज डोर एरिया से जाना था ऊपर
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लेकिन कर्मचारी ने सुरक्षा निर्देशों को न मानते हुए शॉर्टकट रास्ता अपनाया
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जिससे वह ट्रायल में चालू फर्नेस एक्सट्रैक्टर की चपेट में आ गया
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गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे तुरंत टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) ले जाया गया
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जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया
जांच और कंपनी की प्रतिक्रिया
फिलहाल टाटा स्टील प्रबंधन ने इस पूरे मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार:
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सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी की जांच की जा रही है
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इस बात की भी जांच हो रही है कि सुरक्षा प्रशिक्षण दिया गया था या नहीं
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प्रबंधन हादसे के समय मौजूद कर्मचारियों से बयान लिया जा रहा है
क्या कहता है सुरक्षा विभाग?
इस घटना ने फिर से टाटा स्टील जैसे प्रतिष्ठित उद्योग में औद्योगिक सुरक्षा मानकों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारों का मानना है कि—
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ट्रायल मोड में सुरक्षा का सबसे अधिक पालन होना चाहिए
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कर्मचारियों को शॉर्टकट अपनाने से रोकने के लिए सख्त प्रोटोकॉल जरूरी
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लगातार प्रशिक्षण और रियल टाइम निगरानी होनी चाहिए
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूटा:
“ऐसे हादसों को कैसे रोका जा सकता है, जब कंपनियां केवल उत्पादन पर ध्यान देती हैं और सुरक्षा को नजरअंदाज कर देती हैं?” — एक ट्विटर यूजर
“बिजय की मौत केवल एक हादसा नहीं, बल्कि लापरवाही का नतीजा है।” — एक फैक्ट्री कर्मचारी
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अब आगे क्या?
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प्रबंधन जल्द ही औपचारिक रिपोर्ट जारी कर सकता है
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मृतक के परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद
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भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए नई सुरक्षा गाइडलाइंस आ सकती हैं
निष्कर्ष
बिजय कुमार पाणिग्रही की दुखद मौत न केवल एक ( टाटा स्टील प्लांट ) हादसा है, बल्कि यह एक बड़ी चेतावनी भी है—औद्योगिक प्लांट्स में सुरक्षा से कभी भी समझौता नहीं किया जा सकता। टाटा स्टील जैसे नामी संस्थानों में भी यदि सुरक्षा की चूक होती है, तो यह पूरे सिस्टम को झकझोर कर रख देता है।
जमशेदपुर से इन्द्रजीत सिंह की रिपोर्ट