जमशेदपुर में झारखण्ड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने संवाददाता सम्मलेन में कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा दो दिवसीय सम्मेलन में जो प्रस्ताव पारित किया है कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को हम लागू नहीं होने देंगे। इससे उसका असली चेहरा सामने आ गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ना झुकेगा, ना डरेगा। लेकिन पिछले कार्यकाल में अपने सभी विधायकों को झारखंड से लेकर छत्तीसगढ़ क्यों भेजा। झारखंड के आदिवासी कभी पीठ नहीं दिखाते हैं। यह बात उन्होंने आज एग्रिको स्थित आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन कही। उन्होंने कहा कि वह वक्फ जो एक धार्मिक संस्था है, उसमें केंद्र सरकार कोई छेड़छाड़ नहीं कर रही है। वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार है। झारखंड में 2000 एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड के अधिकार में है। आदिवासी जमीन को अब वक्फ बोर्ड नहीं ले सकती है। आदिवासी के संस्कृति, परंपरा के हित में वह वक्फ बोर्ड है। इसमें झारखंड सरकार को साथ खड़ा होना चाहिए। रघुवर दास ने कहा कि सीएनटी और एसपीटी एक्ट के तहत जो अवैध मदरसा, मजार, मस्जिद इन जमीनों पर बनी है, उस जमीन को जल्द से जल्द झारखंड सरकार वापस ले और हमारे गरीब आदिवासी समाज को दी जाए।