धनबाद में दिन-दहाड़े अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है. झारखण्ड मोड़ के समीप मंगलवार अशर्फी अस्पताल के सामने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. मृतक का नाम शहाबुद्दीन है. जानकारी के मुताबिक वह पेशे से जमीन करोबारी था. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गयी है.
धनबाद के वासेपुर और पांडरपाला के जमीन कारोबारी अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट रहे हैँ आज दिनदहाड़े अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे पुलिस को चुनौती दी है. अपराधियों ने पांडरपाला निवासी शहाबुद्दीन सिद्दीकी नामक व्यक्ति की हत्या कर दी.घटना के बाद पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई. सूचना पर पुलिस भी पहुंची और जांच में जुट गई है. सूचना के अनुसार हमलावरों ने नजदीक से गोली मारी और फरार हो गए. अपराधियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया जब जमीन कारोबारी शहाबुद्दीन सिद्दीकी अपने कार्यालय से घर के लिए निकल रहे थे .
देश की कोयला राजधानी धनबाद में अपराधियों का तांडव कम होने का नाम नहीं ले रहा है,अपराधी एक के बाद एक घटना को अंजाम दे पुलिस को लगातार चुनौती दे रही है,एक सप्ताह पहले ही एक होटल व्यवसाई को अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी थी अभी मामला शांत भी नहीं हुआ कि एक बार फिर आज अपराधी जमीन कारोबारी को अपना निशाना बनाया.
पिछले 5 सालों में कितना बढ़ा क्राइम का ग्राफ
धनबाद मे अब तक पिछले 5 वर्षो मे दो दर्ज़न से ज्यादा जमीन कारोबारी को अपराधियों ने अपना निशाना बनाया है इससे पहले 12 मई, 2021 को जमीन कारोबारी लाला खान को वासेपुर में दिनदहाड़े गोलियों से उड़ा दिया गया था। इसके छह महीने बाद 24 नवंबर को वासेपुर में ही जमीन कारोबारी महताब आलम उर्फ नन्हे खान को गोलियों से भून दिया गया। जिस स्थान पर 37 वर्षीय नन्हे की हत्या हुई उससे कुछ ही दूरी पर लाला खान की हत्या हुई थी।उसी तरह 6 दिसंबर 2022 को जिले के सरायढेला मे एक शादी समारोह मे उस अफरा तफरी मच गयी जब शहनाई के साथ साथ गोलियों कि तरतराहत गूंज उठी, उस शादी समारोह मे जमीन कारोबारी अजय पासवान को अपराधियों ने अपना निशाना बनाया,अपराधियों ने इससे पहले अजय के पार्टनर समीर मंडल को भी 23 जुलाई 2019 को कार्मिक नगर में हत्या कर दी थी. गोविंदपुर निवासी कृष्ण मंडल को भी 29 नवंबर 2023 को अपराधियों ने उस वक्त गोली मारी जब वह अपनी जमीन की नापी करवा रहें थे.
बहरहाल आज की इस घटना के बाद पुलिस एक्शन में तो दिख रही पर सवाल यह उठता है कि आखिर कब तक धनबाद के कारोबारी इन अपराधियों के निशानों पर रहेंगे,आखिर कब होगा अपराधमुक्त धनबाद ?
धनबाद से कुंदन सिंह की रिपोर्ट
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