Jharkhand Election 2024 Phase2 झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 15 जिलों की 43 सीटों के लिए 683 प्रत्याशियों की किस्मत को मतदाताओं ने ईवीएम में लॉक कर दिया है. अब सत्ता की तस्वीर और दलों की तकदीर तय करने वाली दूसरे और अंतिम चरण की सियासी लड़ाई पर सबकी नजरें हैं, जो काफी दिलचस्प होने वाली है. 20 नवंबर को 38 सीटों के लिए मतदान होंगे. जिसमें कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है,
झारखंड विधानसभा चुनाव केदूसरे चरण (Jharkhand second phase election) में 38 सीटों के लिए कुल 528 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, सुदेश महतो, कल्पना सोरेन सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है. सबसे खास बात यह है कि राज्य की सियासत में अहम भूमिका निभाने वाले संथाल की सभी सीटों पर इस चरण में चुनाव होने हैं.(Jharkhand Election 2024 Phase2)
हेमंत के खिलाफ बीजेपी के गमलियल हेम्ब्रम हैं चुनाव मैदान में
बरहेट की बात करें तो साल 2019 में JMM प्रत्याशी हेमंत सोरेन यहां से जीते थे . उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी सीमोन मालतो को हराया था. हेमंत सोरेन ने 2014 के चुनाव में भी बरहेट से जीत दर्ज की थी. यहां इस बार उनके सामने बीजेपी के गमलियल हेम्ब्रम हैं.
कल्पना सोरेन के खिलाफ मुनिया देवी
गांडेय विधानसभा सीट पर नजर डालें तो गिरिडीह जिला स्थित गांडेय विधानसभा सीट पर दो बार जेएमएम तो 1 बार बीजेपी को जीत मिली है. वहीं एक बार कांग्रेस भी जीत चुकी है.कल्पना सोरेन अभी यहां से विधायक हैं. इस चुनाव में उनका बीजेपी की मुनिया देवी से मुकाबला है.
लोबिन को धनंजय सोरेन चुनौती दे रहे
बोरियो विधानसभा सीट की बात करें तो लोबिन हेम्ब्रम ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सूर्य नारायण हांसदा को हराया था. इस बार चुनाव से पहले लोबिन हेम्ब्रम जेएमएम छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. जहां इन्हें जेएमएम के धनंजय सोरेन चुनौती दे रहे हैं.
दुमका सीट पर बसंत सोरेन और बीजेपी के सुनील सोरेन की भिड़ंत
हमेशा से हॉट सीट रही दुमका में साल 2019 के उपचुनाव में बीजेपी की प्रत्याशी और पूर्व मंत्री डा. लुईस मरांडी को हराकर बसंत सोरेन पहली बार विधायक बने थे. दुमका सीट पर बसंत सोरेन और बीजेपी के सुनील सोरेन की भिड़ंत होगी.
पाकुड़ में होगा दिलचस्प मुकाबला
उधर हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री रहे सीनियर नेता आलमगीर आलम की जगह उनकी पत्नी निशत आलम को पाकुड़ से कांग्रेस ने मौका दिया है.यह सीट अभी कांग्रेस के पास है. इस सीट पर कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. यहां एनडीए की ओर से आजसू के अजहर इस्लाम और समाजवादी पार्टी के अकील अख्तर के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है.
बादल पत्रलेख की साख दाँव पर
2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बादल पत्रलेख ने बीजेपी के उम्मीदवार को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी. उनका मुकाबला बीजेपी के देवन्द्र कुंवर से होगा.
डुमरी में त्रिकोणीय मुकाबला
उधर झारखंड राज्य की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक डुमरी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व जेएमएम की विधायक और राज्य सरकार में मंत्री बेबी देवी कर रही हैं.इन्हें यहाँ कड़ी टक्कर देने के लिए जयराम महतो चुनाव मैदान में हैं, तो दूसरी ओर आजसू की यशोदा देवी की उम्मीदवारी ने यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. बता दें किसाल 2023 में यहां हुए उपचुनाव में बेबी देवी ने आजसू की यशोदा देवी को शिकस्त दी थी.
मधुपुर सीट में बीजेपी के गंगा नारायण सिंह से सीधा मुकाबला
मधुपुर सीट पर नजर डालें तो जेएमएम, बीजेपी इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं. 2019 के विधानसभा मे JMM के हाजी हुसैन अंसारी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. यहां मंत्री हफीजुल हसन का बीजेपी के गंगा नारायण सिंह से सीधा मुकाबला है.
जामताड़ा में रोचक होगा मुकाबला
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के इरफान अंसारी जामताड़ा से चुनाव जीते थे. इस बार बीजेपी कि ओर से सीता सोरेन उन्हें टक्कर दे रही हैं. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में सीता सोरेन दुमका सीट से बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुकी है .
सिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला
उधर हॉट सीट सिल्ली में पिछले विधानसभा चुनाव में आजसू के प्रत्याशी सुदेश महतो ने जीत हासिल की थी. जबकि दूसरे स्थान पर जेएमएम से अमित महतो की पत्नी की सीमा देवी रहीं .यहाँ इस बार सुदेश महतो, JLKM के देवेंद्र महतो और जेएमएम के अमित महतो के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है.
धनवार विधानसभा सीट
वहीं धनवार विधानसभा सीट जहां पर साल 2005 के बाद बीजेपी को कभी जीत नहीं मिली. यहां पिछले चुनाव में जेवीएम के टिकट पर बाबूलाल मरांडी ने जीत दर्ज की थी. इस बार जेएमएम के निजामुद्दीन अंसारी से इनका कड़ा मुकाबला होने वाला है. वही राजकुमार यादव (भाकपा माले) और निर्दलीय उम्मीदवार निरंजन राय वोटों में सेंधमारी कर सकते हैं.
नाला सीट
नाला सीट की बात करें तो 2019 में रबिंद्र नाथ महतो ने बीजेपी के सत्यानंद झा को हराकर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की.वे इस सीट से कुल तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं. इन्हें बीजेपी के माधव चंद्र महतो से टक्कर मिल रही है.
बहरहाल झारखंड विधानसभा चुनाव का दूसरा और आखिरी चरण राज्य का राजनीतिक भविष्य तय करने जा रहा है. 20 नवंबर को झारखंड विधानसभा के 38 सीटों पर जनता प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला करने वाली है. इन सभी सीटों पर किसके सिर ताज सजेगा, यह तो 23 नवंबर के नतीजे ही बताएँगे.(Jharkhand Election 2024 Phase2)
न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार
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