भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर दर्ज की शानदार जीत, टेस्ट इतिहास का एक और रोमांचक मैच, झटके सभी 20 विकेट

India leveled the series, fast bowlers played in the shortest test match,

भारत ने दक्षिण अफ्रीका से दो टेस्ट मैचों की सीरीज में बराबरी कर ली है। सेन्चुरियन में पहला टेस्ट दक्षिण अफ्रीका से पारी से हारने के बाद दूसरे टेस्ट में भारत ने पलटवार करते हुए 8 मैचों से मैच जीतते हुए सीरीज बराबर की है। इस पूरे मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और सबसे खास बात यह रही कि तेज गेंदबाजों ने ही सभी 20 विकेट झटके हैं।

भारत को यह मैच जीतने के लिए 80 रनों की चुनौती मिली थी, जिसे उसने 3 विकेट खोकर हासिल कर ली। दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम पहली पारी में मात्र 55 रनों पर ढेर हो गयी थी, जिसके जवाब में भारत तीन ने पहली पारी में 153 रन बनाकर 98 रनों की बढ़त बनायी। भारत की इस पारी की विशेषता यह रही कि भारत के आखिरी 6 बल्लेबाज बिना और कोई कोई रन जोड़े आउट हो गये। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका को 176 रनों पर आल आउट कर दिया। जिसके बाद उसे दूसरी पारी में उसे जीत के लिए 80 रनों का लक्ष्य मिला।

भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में 2 विकेट लेने के बाद दूसरी पारी में 6 विकेट अपने नाम किये। उनके अलावा पहली पारी में मोहम्मद सिराज ने भी 6 विकेट और दूसरी पारी में 1 विकेट प्राप्त किया। जबकि मुकेश कुमार ने इस मुकाबले में 4 व प्रसिद्ध कृष्णा ने कुल 2 विकेट हासिल किये। इस तरह से भारत के तेज गेंदबाजों ने सभी 20 विकेट अपने नाम किये और टेस्ट इतिहास में यह तीसरा मौका रहा जब भारतीय तेज गेंदबाजों के नाम सभी 20 विकेट रहे।

केपटाउन टेस्ट से पहले साल 2018 के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी भारत के तेज गेंदबाजों ने यह कारनामा पहली बार किया था। दूसरी बार यह कारनामा भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ हुए नॉटिंघम टेस्ट मैच में कर दिखाया था।

तेज गेंदबाजों का रहा टेस्ट में बोलबाला

चाहे भारतीय टीम हो या फिर दक्षिण अफ्रीका की, दोनों ही ओर के तेज गेंदबाजों ने मैच पर अपना वर्चस्व बनाये रखा और मैच में गिरने वाले सभी 33 विकेट झटके। इस मैच की एक खासियत यह रही कि इस मैच में किसी भी स्पिनर ने गेंदबाजी नहीं की।

टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा मैच

यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे छोटा मैच रहा। पूरा मुकाबला सिर्फ 107 ओवरों में खत्म हो गया। पूरे मैच में सिर्फ 642 मान्य गेंदें (नो और वाइड बॉल को छोड़कर) की गईं। इससे पहले 1932 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैच 109.2 ओवर में खत्म हो गया था। यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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