Jharkhand: हेमंत सोरेन ने आउटसोर्स खत्म करने का वादा किया था, चम्पाई सोरेन सरकार वादा पूरा करे – अजय राय

Hemant had promised to end outsource, Champai government should fulfill the promise.

झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ की ओर से 25 फरवरी को रांची प्रेस क्लब में राज्यस्तरीय सम्मेलन का आयोजन संघ के केंद्रीय अध्यक्ष अजय राय के अध्यक्षता में हुई जिसमें आईसीएल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश रंजन, महासचिव के.के पंडा, माधो सिंह, पूर्व विधायक हरिराम शामिल हुए। कार्यक्रम में पिछले कमिटी को भंग कर सत्र 2024-2026 (दो साल )के लिए वरिष्ट अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ला, राजेश रंजन,के.के पंडा के देख रेख में अध्यक्ष का चुनाव हुवा जिसमे सर्वसम्मति अजय राय को अध्यक्ष चुना गया साथ ही उनको पूरी कमिटी बनाने के लिए अधिकृत किया गया!

इस अवसर पर निर्वाचित होने के उपरांत अजय राय ने  सभा को सम्बोधित करते  हुए कहा की पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले चुनाव के दौरान आउटसोर्स खत्म करने का वादा किया था अब चंपई सोरेन सरकार को उस वादा को पूरा करना चाहिए!

अजय राय ने कहा की संघ की ओर से आज जितने एजेंडों पर चर्चा हुई है उन पर जल्द ही राज्य स्तर पर आंदोलन की घोषणा की जाएगी!

सम्मेलन के पूर्व अजय राय के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला गया जिसमें अपनी मांगों के समर्थन मे नारे लगाते हुए विधूतकर्मी प्रेस क्लब से करम टोली चौक होते हुए वापस प्रेस क्लब आकर सभा मे शामिल हुए!

श्रमिक संघ के राज्यस्तरीय सम्मेलन में आंदोलन की रणनीति बनायी गयी है। श्रमिक संघ पूरे राज्य स्तर हर एरिया बोर्ड व मुख्यालय में प्रदर्शन करेगा। अजय राय सर्वसमिति से श्रमिक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष चुना गया है।

संघ की मुख्य मांगें

  1. झारखंड ऊर्जा विकास निगम की ओर से आने वाली बहाली में वर्तमान विधुतकर्मियो के लिए प्राथमिकता तय हो
  2. माननीय न्यायालय के आदेश के तहत  10 वर्ष तक लगातार  ऊर्जा निगम अंदर के अन्दर सेवा देने वाले विद्युतकर्मियों का सीधा समायोजन हो
  3. आउटसोर्सिंग प्रथा खत्म कर 2017 से पूर्व की व्यवस्था ऊर्जा निगम मानव दिवस कर्मियों के लिए बहाल करें
  4. समान काम के बदले समान वेतनमान हो
  5. पारा शिक्षकों के तर्ज पर विद्युतकर्मियो की उम्र सीमा 60 वर्ष की जाये
  6. नियमित कर्मचारियों का डिज्नेसन मैपिंग सुनिश्चित हो
  7. हजारीबाग सर्किल में डिज्नेसन मैपिंग के नाम पर घिनौना मजाक  विभाग द्वारा नियमित कर्मचारियों के साथ किया गया जिसकी उच्चस्तरीय जांच हो और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई के साथ-साथ कर्मचारियों को उनका सम्मान मिले
  8. पूरे राज्य में प्रोन्नति के नाम पर अलग-अलग सर्किलों में काल अवधि पूर्ण होने के बावजूद भी अनेकों कर्मचारियों को प्रोन्नति से वंचित रखा गया है। काल अवधि पूरा करने वाले सभी कर्मचारियों को प्रोन्नति दिया जाये।
  9. आंतरिक बहाली में कार्य करते करते उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले कर्मचारियों योग्यता के अनुसार मान्यता देते हुए बहाली में शामिल किया जाये

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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