Labelमधुपुर (देवघर)। मधुपुर के मिसरना गांव में अंधविश्वास का एक भयावह रूप फिर सामने आया है। डायन बताकर अपह्रत की गई 60 वर्षीय महिला का रविवार को सिरकटा शव गौरी पहाड़ी स्थित एक पत्थर खदान से बरामद किया गया। शव को बाहर निकालने में एनडीआरएफ की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जब शव बाहर निकाला गया, तो महिला का सिर धड़ से गायब था। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने कई घंटों तक खोज की, लेकिन सिर नहीं मिल सका। मामले का संबंध सीधे डायन-बिसाही जैसे अंधविश्वास से जुड़ा माना जा रहा है।
किशोर की मौत के बाद लगाया गया डायन का आरोप
कुछ दिन पहले गांव के ही एक किशोर की मौत हुई थी। उसके परिजनों ने शक जताया था कि महिला डायन है और उसी ने किशोर की जान ली है। पुलिस को संदेह है कि इसी अंधविश्वास और बदले की भावना में परिजनों ने महिला की हत्या की है।
हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से धड़ को खदान में फेंक दिया गया और सिर को कहीं अलग ठिकाने लगा दिया गया।
अपहरण की पूरी घटना: चार महिलाएँ व चार पुरुष शामिल
महिला के बेटा-बहू दिल्ली में इंजीनियर हैं और पति का निधन चार साल पहले हो चुका है। वह अकेली गांव के पैतृक घर में रहती थीं।
घटना वाले दिन—गुरुवार शाम 7:30 बजे,
चार महिलाएँ और चार पुरुष घर पहुंचे और उसे एक श्राद्ध भोज में चलने को कहा।
बीमारी का हवाला देकर महिला ने मना किया, तो आरोपी जबरन घसीटते हुए उसे घर से उठा ले गए। वह लगातार चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
पुलिस को सूचना मिली तो दुमका से श्वान दस्ता बुलाया गया, मगर कोई सफलता नहीं मिली।
पहले भी डायन कहकर किया गया था प्रताड़ित
महिला को पहले भी डायन बताकर परेशान किया गया था। तब उसके पति जीवित थे और पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था।
लेकिन इस बार अंधविश्वास की आग इतना बढ़ी कि महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी।
FIR दर्ज, 8 नामजद आरोपी फरार
महिला की बेटी ने मधुपुर थाना में चार महिलाओं सहित आठ लोगों को नामजद आरोपी बनाया है।
एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद और थाना प्रभारी संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है।
घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।