पाकिस्तान नहीं चाहता मोदी फिर आयें! पूर्व मंत्री फवाद ने राहुल, केजरीवाल, ममता को दे दी अग्रिम शुभकामनाएं!

Pakistan does not want Modi to come! Advance best wishes to Rahul and Kejriwal!

भारत में लोकसभा चुनाव 2024 का एक चरण बाकी है और उसके बाद 4 जून को सभी चरणों के मतदान के परिणाम आ जायेंगी। उसके बाद मतगणना में पता चलेगा कि देश में किसकी सरकार बनेगी। नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे या फिर इंडी गठबंधन बाजी मारेगा। सत्ता पक्ष और विपक्ष इस बात को लेकर परेशान तो है ही कि जनता किसे जयमाला पहनाने वाली है, लेकिन उससे ज्यादा अगर कोई परेशान है तो वह है- पाकिस्तान। पाकिस्तान इस बात को लेकर परेशान है कि कहीं मोदी फिर न आ जायें।

देश में जब से चुनाव हो रहा है तब से विश्व के कई देश, जैसे- अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस विशेष रुचि ले रहे है, लेकिन भारत में जब से चुनाव शुरू हुए हैं, तब से पाकिस्तान इसी चिंता में घुला जा रहा है, कही भाजपा और मोदी की सरकार न बन जाये। सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाओँ से इसे अच्छी तरह से समझा जा सकता है। हाल ही में पूर्व पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के मतदान के बाद के ट्वीट को रीट्वीट कर भारत के लोकतंत्र को लेकर जो बात कही थी, उस पर केजरीवाल ने उन्हें अच्छी लताड़ लगायी थी। बता दें कि फवाद चौधरी कई बार राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर जता चुके हैं कि वह भारत में इंडी गठबंधन की सरकार चाहते हैं, न कि मोदी सरकार।

अब एक बार फिर उन्होंने भारत की राजनीति में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए लिखा है कि कि भारतीय नेता मोदी और उनकी ‘चरमपंथी विचारधारा’ को हराना जरूरी है। उन्होंने मौजूदा लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी, केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को अपनी शुभकामनाएं भी दीं। फवाद ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि भारत को एक प्रगतिशील देश के रूप में आगे बढ़ना चाहिए और इसीलिए नरेंद्र मोदी और उनकी चरमपंथी विचारधारा को हराना जरूरी है। जो भी उन्हें हराएगा, चाहे वह राहुल जी हों, केजरीवाल जी हों या ममता बनर्जी, उन्हें शुभकामनाएं।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के शासनकाल में मंत्री रह चुके चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान में हर कोई चाहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं और भारत का लाभ अपने पड़ोसी देश के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने में है। यहां यह भी बता दें कि इमरान खान को जब प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था, उसके कुछ पहले और बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफें की थीं।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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