Amit Shah Bihar Politics: ‘पुराने दोस्त’ फिर आयेंगे साथ? अमित शाह पड़े नरम, तो बिहार की राजनीति हो गयी गरम

Will ‘old friends’ come together again? When Shah softens, Bihar's politics heats up

Amit Shah Bihar Politics : बिहार के गजब के ठंडे माहौल में वहां की राजनीति पूरी तरह से गरम है। दो राजनीतिक घटनाक्रमों ने बिहार की राजनीति को गरम कर दिया है। पहला राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करना, दूसरा अमित शाह का बयान जिसमें उन्होंने जदयू की एनडीए में वापसी पर नरमी दिखायी है। पहले चर्चा कर लें केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान की। अमित शाह ने एक अखबार को दिये साक्षात्कार में कहा है अगर नीतीश कुमार एनडीए में वापस आना चाहें तो उस पर विचार किया जा सकता है। बता दें कि बिहार के झंझारपुर में हुई रैली के दौरान अमित शाह ने साफ-साफ कहा था कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं।

जदयू-राजद के रिश्ते नहीं रहे मधुर!

अब आते हैं राजद प्रमुख लालू और नीतीश की मुलाकात की। दोनों नेताओं में आज जो मुलाकात हुई उसका आशय यही निकाला जा रहा है कि लालू यादव नीतीश कुमार को मनाने के लिए पहुंचे थे। दोनों नेताओं में करीब 40 मिनट की वार्ता हुई, लेकिन उनके बीच क्या बातें हुईं, इसका खुलासा अभी नहीं हो सका है। लेकिन वार्ता के बाद राजद नेताओं (लालू-तेजस्वी) ने इतना ही कहा कि गठबंधन में सबकुछ ठीक है। गठबंधन में किसी प्रकार की कोई दरार नहीं है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से राजद और जदयू में जो कुछ भी चल रहा था उससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि इन दोनों दलों की गाड़ी बेपटरी होने लगी है।

जदयू के विधायकों को 72 घंटे पटना में रहने का निर्देश

इस बीच बिहार के सीएम और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि जदयू से सभी विधायक पटना में रहें और 72 घंटे तक राजधानी नहीं छोड़ें। नीतीश कुमार का इस तरह का निर्देश बताता है कि बिहार की राजनीति में ‘कुछ बड़ा’ होने वाला है। वैसे नीतीश कुमार को लेकर अटकलों का बाजार उस समय से गर्म है जब उन्होंने इंडी गठबंधन के संयोजक पद का ऑफर ठुकराया था।

एनडीए के सहयोगी दल भी नरम

बिहार की राजनीति की हवा बदलते ही एनडीए में शामिल दलों के सुर भी बदलने लगे हैं। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) संस्थापक और एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में वापसी करते हैं तो वह इसका विरोध नहीं करेंगे।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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