Lohardaga Loksabha: क्या कांग्रेस में नहीं चली मंत्री रामेश्वर उरांव की? सुखदेव भगत ले उड़े टिकट

Did Minister Rameshwar Oraon not join Congress? Sukhdev Bhagat took the ticket, lohardaga loksabha, loksabha election, sukhdeo bhagat

Lohardaga Loksabha: 2004 में लोहरदगा का लोकसभा चुनाव जीतने वाले और वर्तमान में झारखंड के वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव के एक बार फिर से लोकसभा चुनाव लड़ने के अरमान धरे के धरे रह गये। क्योंकि इस सीट के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो गया है और लोहरदगा से सुखदेव भगत को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वैसे तो सुखदेव भगत एक बार भी लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाये हैं, लेकिन कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताते हुए लोहरदगा सीट का प्रत्याशी बनाया है। सुखदेव भगता का सीधा मुकाबला इस बार भाजपा के समीर उरांव से होगा। राज्यसभा सांसद रह चुके समीर उरांव को भाजपा ने एक बार फिर से उच्च सदन में नहीं भेजने का फैसला लेते हुए लोहरदगा से अपना प्रत्याशी बनाया है।

बता दें, लोहरदगा सीट पर भाजपा ने पहली बार 1991 में कब्जा जमाया था। उसके बाद से भाजपा का इस सीट पर वर्चस्व बना रहा है। कांग्रेस के इंदुनाथ भगत ने इस बीच 1998 में यह सीट जीत कर भाजपा को झटका दिया था। हालांकि वह सिर्फ एक साल ही सांसद रहे। इसके बाद 2004 में रामेश्वर उरांव ने यह सीट कब्जायी थी। वैसे रामेश्वर उरांव कांग्रेस के आखिरी सांसद हैं जो इस सीट पर विजयी हुए थे। इसके बाद से लगातार तीन बार भाजपा के सुदर्शन भगत ने इस सीट पर कब्जा जमाया है। लगातार विजयी रहने के बाद भी भाजपा ने यहां प्रत्याशी बदलते हुए समीर उरांव को मौका दिया है।

सुखदेव भगत के खिलाफ नहीं चले विरोध के तीर!

खबर है कि सुखदेव भगत लोहरदगा से प्रत्याशी नहीं बन सके, इसके लिए जो भी प्रयास हो सके, उनके धुर विरोधियों ने किये। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने और फिर से कांग्रेस में इंट्री करने के बाद से उनके खिलाफ मुहिम चलाने वालों और उनकी टांग खींचने वालों की कमी नहीं रही। खबर तो यह भी है कि खुद रामेश्वर उरांव और पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज साहू भी नहीं चाहते थे कि सुदर्शन भगत को आलाकमान तरजीह दे। इस बात को सुदर्शन भगत अच्छी तरह से जानते थे, लेकिन गुपचुप उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और अपनी रणनीति में लगे रहे। अनन्तः उसमें वह कामयाब भी हुए।

सुखदेव भगत का राजनीतिक करियर

लोहरदगा निर्वाचन से विधायक रहे सुखदेव भगत 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे। 2019 में वह भाजपा के टिकट से कांग्रेस उम्मीदवार रामेश्वर उरांव से हार गए। 2022 में भगत फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। 2019 में सुखदेव भगत लोहरदगा की लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन सुदर्शन भगत के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

लोहरदगा लोकसभा सीट से कब-कौन जीता

  • 1957 – इग्नेस बेक – झारखंड पार्टी
  • 1962 – डेविड मुंजनी – कांग्रेस
  • 1967 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस
  • 1971 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस
  • 1977 – लालू उरांव – जनता पार्टी
  • 1980 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस (आई)
  • 1984 – सुमति उरांव – कांग्रेस
  • 1989 – सुमति उरांव – कांग्रेस
  • 1991 – ललित उरांव – भाजपा
  • 1996 – ललित उरांव – भाजपा
  • 1998 – इंद्र नाथ भगत – कांग्रेस
  • 1999 – दुखा भगत – भाजपा
  • 2004 – रामेश्वर उरांव – कांग्रेस
  • 2009 – सुदर्शन भगत – भाजपा
  • 2014 – सुदर्शन भगत – भाजपा
  • 2019 – सुदर्शन भगत – भाजपा

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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