Lakshadweep Drinking Water: दोस्त हो तो इजराइल जैसा! लक्षद्वीप में खारे समुद्री पानी को बनायेगा पीने लायक, मालदीव से विवादों के बीच बड़ा ऐलान

Lakshadweep Drinking Water, Lakshadweep, If you have friends like Israel! Will make salty sea water drinkable in Lakshadweep

Lakshadweep Drinking Water: मालदीव चीन के साथ दोस्ती निभाने में भारत के साथ बहुत बड़ा पंगा ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने जो आपत्तिजनक बयान किया है, उसका खमियाजा वह भुगत रहा है, हो सकता है, यह खमियाजा लम्बे समय तक उसे भुगतना पड़े। भारत के साथ छिड़ा विवाद भविष्य में और भी नया रूप ले सकता है, लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर यह आ रही है कि भारत का अजीज दोस्त इजराइल ने नये पर्यटन डेस्टिनेशन लक्षद्वीप के लिए एक बड़ी घोषणा कर दी है।

इजराइल ने लक्षद्वीप में डिसेलिनेशन कार्यक्रम शुरू कर रहा है जो समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनायेगा। इस बात को आसानी से समझा जा सकता है कि यह काम इस द्वीप पर पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होगा।

इजराइल के भारतीय दूतावास ने एक सोशल मीडिया पोस्ट पर बताया कि कार्यक्रम शुरू करने के भारत सरकार के अनुरोध पर हम पिछले साल लक्षद्वीप में थे। इज़राइल कल (मंगलवार) से इस परियोजना पर काम शुरू करने के लिए तैयार है। उन लोगों के लिए जो अभी तक लक्षद्वीप की प्राचीन और आलीशान जलीय सुंदरता को नहीं देख पाए हैं, यहां इस द्वीप के मनमोहक आकर्षण को दिखाने वाली कुछ तस्वीरें हैं।

यहां यह बता दें कि जब से प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप की यात्रा की है तब से मालदीव को यह चिंता सताने लगी कि अब उसका पर्यटन उद्योग खतरे में है। इस आशंका के बाद मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप की यात्रा को जोड़ते हुए भारत के पर्यटन पर ही आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इसके लिए दिल्ली के प्रदूषण और मुम्बई की बारिश का जिक्र करते हुए यहां के पर्यटन को निम्नस्तरीय करार दे दिया। फिर क्या था, उसका यह बयान उसके पांव पर कुल्हाड़ी की तरह पड़ा। भारत के आम नागरिकों के साथ बड़े सेलिब्रिटीज जिसमें बॉलीवुड और क्रिकेट सितारे शामिल है, ने मालदीव की बैंड बजा दी। होटल और फ्लाइट्स की बुकिंग्स धड़ाधड़ कैंसिल होने लगे। इसके बाद तो मालदीव के पैर से मानों जमीन ही खिसक गयी। उसके बाद उसने बयान देने वाले तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर हालत को सुधारने की कोशिश की लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। अब यह देखना है कि यह विवाद और क्या रंग लाता है। फिलहाल चीन से दोस्ती निभाने का क्या परिणाम हो सकता है, यह मालदीव को समझ आ गया है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: 36 द्वीपों के समूह लक्षद्वीप को देखकर भूल जायेंगे मालदीव, अब तो हर कोई जाना चाहेगा

Lakshadweep Drinking Water

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *