उत्तर प्रदेश की रहने वाली एसडीएम ज्योति मौर्य की कहानी की याद बेगूसराय में ताजा होती दिखाई पड़ रही है। इस कहानी में एक मजदूर की पत्नी पुलिस बनते ही न सिर्फ सात फेरों के रिश्ते को भूल जाती है बल्कि पति के उस वो कुर्वानी का भी उसे कोई मलाल नहीं है जिसके बदोलत वो इस मुकाम को हासिल कर पाई। इस कहानी में नया मोड़ तब आता है जब पत्नी चमचमाती गाडी से अपने सुसराल पहुंचती है। इस दौरान पुलिस वाली पत्नी अपने पति को दो टूक शब्दों में यह कहती है की अब वो उसके साथ नही रहना चाहती है और उससे तलाक लेना चाहती है। इतना ही नही वो शादी के वक्त मिले सामान को भी वापस ले जाना चाहती है। पिता भाई और अन्य दुसरे रिश्तेदार के साथ पहुंची पत्नी के इस फैसले को सुन कर पति अवाक और सन्न रह जाता है।
पहले मान मनौवल का सिलसिला चलता है पर जब पत्नी अपने फैसले पर अडिग हो जाती है तो फिर शुरु हो जाता है हाई वोल्टेज ड्रामा जिसमे गांव के लोग और ससुराल के लोग पत्नी को जानें से रोकते है और उसकी गाडी के सामने आ जाते है।। जिसके बाद गांव के लोगो की भीड जमा हो जाती है और पति किसी भी किमत पर पत्नी को नही जानें देने की जिद पर अड़ जाता है। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और दोनो को थाने ले जाति है। जिसके बाद पुलिस के द्वारा दोनो को कोर्ट द्वारा मामला सुलझाने की सलाह दे कर मामला को शांत कराया जाता है इस कहानी को देखने और सुनने वाले लोग मौके पर ही ज्योति मौर्य की चर्चा करते हुए देखे जाते है।
पुरा मामला बखरी थाना क्षेत्र के डरहा गांव की है। बताते चले की डरहा गांव के रहने वाले विजय कुमार की शादी 13 जून 2013 को बेगूसराय के ही साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रहने वाली एक लड़की से हुईं थी। शादी के वक्त लड़की मैट्रिक पास छात्रा थी । शादी के बाद पत्नी के पढ़ने की इच्छा पर उसे आगे पढ़ाया और वो इंटर पास कर गईं। पति विजय का आरोप है कि पत्नी को पढ़ाने और घर चलाने के लिए मजदूरी किया करता था। मजदूरी कर पत्नी को पढ़ाने का परिणाम भी बेहतर सामने आया और वर्ष 2022 में उसकी पत्नी की नौकरी बिहार पुलिस में कांस्टेबल के रूप में लग गईं। इसके बाद भी सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा और वो मुंडन में कई दिन ससुराल रहकर आया।
लेकिन कुछ महीने पहले से ही पत्नि के व्यवहार में परिवर्तन होने लगा और एक दिन पत्नी ने अपने बहन के फोन से उलटा सीधा बोलते हुए उसके साथ नही रहने की बात बताया । इसी बीच दो तीन पहले पत्नी पिता और भाई उसके घर आए और उससे तलाक की बात कहने लगें। जिसका उनके द्वारा प्रतिकार किया गया। फिर से शनिवार को दो गाडी से पिता भाई और दुसरे रिश्तेदार पहुंचकर तलाक देने की बात पर अड़ गए। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंकर थाना ले गईं और दोनो को कोर्ट से मामला सुलझाने की सलाह दी। विजय कुमार ने बताया की ल़डकी को नौकरी हो गया तो आज वो हमको छोड़ रही है।वही इस संबंध में लड़का की मां कौशल्या देवी ने बताया की जब वो लोग ल़डकी को रखने को तैयार है तो ल़डकी क्यों नहीं रहने को तैयार है। ये तो ल़डकी ही बताएगी। कौशल्या देवी ने बताया की शादी को तेरह साल हो गया है जब लड़की को लड़का पसंद नहीं था तो या उसके साथ नही रहना था तो ल़डकी को पहले ही बताना चाहिए था । वो किसी भी कीमत पर ल़डकी को नही जानें देंगे। फिलहाल यह मामला सुर्खियों में है वही लड़का अपने घर तो वही ल़डकी अपने मायके चली गईं। लेकिन जैसे तैसे यह खबर आम लोगो तक पहुंच रहीं है वैसे वैसे लोगो ज्योति मौर्या और उसके पति आलोक कुमार की चर्चा करते नही थक रहें है।
बेगुसराय से मनोहर कुमार की रिपोर्ट
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