भारतीय टीम के दिग्गज क्रिकेटर रहे गौतम गंभीर अब राजनीति नहीं क्रिकेट के लिए खुद को समर्पित करेंगे। अगले लोकसभा चुनाव में उन्होंने नहीं लड़ने का फैसला लिया है। इसकी विधिवत घोषणा उन्होंने एक ‘गंभीर’ पोस्ट करते हुए कर दी है। गंभीर ने अपने फैसले के पीछे क्रिकेट के प्रति अपनी जिम्मेदारियां बतायी और राजनीति से मुक्त करने की इच्छा जतायी। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से उन्हें कार्यमुक्त करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने अचानक फैसला लेते हुए खुद को राजनीति से दूर करने का ऐलान किया है।
गौतम गंभीर ने X पर पोस्ट किया- I have requested Hon’ble Party President @JPNadda ji to relieve me of my political duties so that I can focus on my upcoming cricket commitments. I sincerely thank Hon’ble PM @narendramodi ji and Hon’ble HM @AmitShah ji for giving me the opportunity to serve the people. Jai Hind!
क्या वाकई गौतम गंभीर के राजनीतिक संन्यास की यही वजह है?
भले ही गौतम गंभीर ने क्रिकेट के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का हवाला देते हुए राजनीतिक से खुद को किनारे किया, लेकिन लगता ऐसा नहीं है। दरअसल, इस समय भाजपा देश में अगले चुनाव के लिए 400 सीटों का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। कई चर्चित चेहरों को भी इस बार टिकट नहीं मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में अकेले गौतम गंभीर ही नहीं, देश का हर सांसद इस असमंजस में है कि क्या इस बार उसे टिकट मिल सकेगा या नहीं। चूंकि गौतम गंभीर खेल के मैदान से राजनीति में आये हैं। राजनीति उनकी रगों में नहीं है, इसलिए वह राजनीतिक जोड़-तोड़ नहीं कर सकते। हो सकता है कि उन्हें इसका आभास हो गया हो कि इस बार उन्हें टिकट न भी मिले। इसलिए उन्होंने ससम्मान खुद को राजनीति से किनारे कर लिया।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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