झारखंड में शराब पीने वालों के लिए एक बुरी खबर है। अगर सरकार का आंतरिक मामला नहीं सुलझा तो आने वाले दिनों में राज्य में अंग्रेजी शराब की किल्लत हो सकती है। इसकी प्रमुख वजह है शराब कपंनियों को भुगतान नहीं किया जाना और वह भी एक महत्वपूर्ण पद के रिक्त होने के कारण। दअरसल, शराब कंपनियों का भुगतान झारखंड राज्य वेबरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) करती हैं। मगर इसके अध्यक्ष सह निदेशक का पद एक माह से रिक्त है। इसलिए शराब कंपनियों के बकाये बिल पर हस्ताक्षर नहीं हो पा रहा है। इस कारण कंपनियों ने नयी खेप की सप्लाई बंद कर दी है। अब तो शराब दुकानों में पुराने स्टॉक भी खत्म हो रहे हैं। अगर कंपनियों ने नयी खेप देनी शुरू नहीं की तो झारखंड में अंग्रेजी शराब की निश्चित ही किल्लत हो जायेगी।
आखिर क्यों आयी ऐसी नौबत?
जेएसबीसीएल के अध्यक्ष सह निदेशक का पद अमित प्रकाश के सेवानिवृत होने के बाद यह पद एक जनवरी से रिक्त है। अब जब तक नये अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक शराब कंपनियों को बकाया भुगतान नहीं हो सकेगा। जेएसबीसीएल पर शराब कंपनियों का करीब 450 करोड़ से अधिक का बकाया हो गया है। जिसके कारण यह कपंनियों ने नयी शराब की खेप की आपूर्ति रोक दी है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार