500 साल बाद अयोध्या में राम लला मनायेंगे दिवाली, सरयू के घाट पर बिखरेगी अलौकिक छटा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को दी दीपावली की बधाई

इस बार देश की दिवाली खास है। इस बार अयोध्या की दिवाली बेहद खास है। त्रेता युग में जब राम लंकापति रावण को मारकर अयोध्या लौटे थे, तब अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। उसके बार अयोध्या ही नहीं देश-दुनिया में दिवाली मनती आ रही है। लेकिन अयोध्या की दिवाली इसलिए खास है क्योंकि वहां, 500 साल बाद भगवान राम अपने भव्य मंदिर में फिर से विराजमान हुए हैं और इसलिए 500 साल बाद अयोध्या की यह दिवाली सबके लिए खास है, और अयोध्या के लिए महा खास है। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोमवार को धनतेरस जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में दिये गये सम्बोधन से भी समझा जा सकता है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को धनतेरस की बधाई भी दी। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी देशवासियों को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। महज दो दिन बाद हम दिवाली मनाएंगे। इस साल की दिवाली बहुत खास है। बहुत विशेष है। आप सोच रहे होंगे इस साल ऐसा क्या हो गया। मैं बता दूं कि 500 साल बाद भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं और उनके विराजमान के बाद भव्य मंदिर में उनके साथ मनाई जाने वाली पहली दिवाली होगी। हम सभी इस तरह की विशेष और भव्य दिवाली के गवाह बनने के लिए बहुत भाग्यशाली हैं।’

अयोध्या में सरयू के 55 घाट 28 लाख दीयों से होंगे जगमग

राम जन्मभूमि अयोध्या में दिवाली की धूमधाम से तैयारियां हो रही हैं। इस मौके को अलौकिक बनाने की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी तैयारी कर ली है। इस पर अयोध्या के सरयू के 55 घाटों पर 28 लाख दीये जलाए जाएंगे। योगी इस मौके पर इको फ्रेंडली दिवाली मनाने पर जोर दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार इस साल नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है जिसके लिए सरयु के तट पर 28 लाख दीये जलाए जाएंगे और ये इको फ्रेंडली दीये राम मंदिर को रोशन करेंगे।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी ने धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस पर किया 12,850 करोड़ की कई परियोजनाओं का शुभारंभ