US कोर्ट से गौतम अडाणी के खिलाफ में गिरफ्तारी वारंट! रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का है मामला!

संसद सत्र से ठीक पहले इंडी गठबंधन के हाथ फिर लगी ‘बटेर’

संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले एक बार फिर इंडी गठबंधन के हाथों में ‘बटेर’ लगी है। कहने का मतलब पिछले कुछ संसद सत्रों की ‘परम्परा’ के निर्वाह की तरह एक बार फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन के हाथ भाजपा नीत एनडीए सरकार को घेरने का बड़ा मुद्दा हाथ लगा है। मुद्दा यह है कि अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले में  ‘फंसे’ हैं। अमेरिकी कोर्ट में उनके खिलाफ अभियोग चलाया है। गौतम अडाणी और उनके भतीजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।

गौतम अडाणी और सात अन्य लोगों पर अमेरिका में अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। अमेरिका की कोर्ट में सुनवाई के बाद अडाणी और उनके भतीजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। इस कार्रवाई के बाद अडाणी ग्रुप ने अमेरिका में 600 मिलियन डॉलर का बॉन्ड रद्द कर दिया है।

खबरों के अनुसार, अडाणी ग्रुप पर आरोप है कि उसने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी। अडाणी ने बुधवार को ग्रीन एनर्जी में निवेश की घोषणा की थी। यह घोषणा तब की गयी जब कंपनी के अध्यक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी थी।

संसद सत्रों से ठीक पहले इंडी गठबंधन के हाथ लगता रहा है बड़ा मुद्दा!

सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। इस सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक भी होनी है। अगर पिछले कुछ सालों के संसद सत्रों पर गौर करें तो सत्र शुरू होने के पहले विपक्षी गठबंधन के हाथ कोई न कोई बड़ा मुद्दा लगता रहा है। इसके पहले अडाणी ग्रुप से जुड़ा हिंडनबर्ग के खुलासे का मुद्दा हो, पेगासस सॉफ्टवेयर से फोन टैपिंग का मुद्दा, पेंटागन रिपोर्ट का मामला हो, नीट परीक्षा में पेपर लीक का मामला हो, मणिपुर के हालत हों, किसान आन्दोलन हो, पहलवानों का आन्दोलन हो ऐसे कई मुद्दे हाथ लगते रहे हैं, जिससे संसद में केन्द्र सरकार को घेरने का भी काम किया गया। अब देखना यह है कि अडाणी से जुड़ा यह मामला सदन में क्या रंग लाता है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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