इंडी गठबंधन को लगेगा झटका, एनडीए की हो जायेगी ‘बल्ले-बल्ले’
अपनी-अपनी योजनाओं और अपने-अपने वादों के साथ झारखंड में जीत के दावों के बीच एक ‘सियासी हकीकत’ सामने आयी है, जो झामुमो के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे इंडी गठबंथन के लिए बड़ा झटका है। दरअसल, एक Opinion Poll सामने आया है जो यह बतला रहा है कि झारखंड में अब तक होता रहा सियासी बदलाव इस बार भी कायम रहेगा। इसका मतलब हुआ कि हेमंत सोरेन सरकार को अगले विधानसभा चुनाव में झटका लगने जा रहा है! इतना ही नहीं, ओपिनियन पोल की मानें तो झारखंड में पहली बार बहुमत की सरकार बनने जा रही है।
बता दें कि समाचार एजेंसी IANS और सर्वे एजेंसी MATRIZE का ओपिनियन पोल सामने आया है, जो बता रहा है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को बहुमत मिलने का अनुमान है। सर्वे में एनडीए गठबंधन को जहां 45 से 50 सीटें मिलने का अनुमान लगाता गया है, वहीं इंडी गठबंधन को 18 से 25 सीटें मिल सकती हैं। इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे लोकप्रिय चेहरा बनकर उभरे हैं। एक बड़ा अनुमान यह भी सामने आया है कि एनडीए को 53 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिल सकते हैं। जबकि, इंडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 फीसदी रह सकता है। बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनावों में झामुमो के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन ने एनडीए की रघुवर सरकार को हटाकर 47 सीटें जीतते हुए सत्ता हथियायी थी। भाजपा को 25 सीटें ही मिली थीं।
कहां कैसा रहेगा भाजपा का प्रभाव?
कोल्हान और पलामू प्रमंडल
मैटराइज सर्वे के अनुसार, कोल्हान, दक्षिणी छोटानागपुर, पलामू में भाजपा और उसके सहयोगी मजबूत दिखाई दे रहे हैं। इस क्षेत्र में इंडी गठबंधन को यहां भारी सीटों के नुकसान का अनुमान है।
संताल परगना, उत्तरी छोटानागपुर
मैटराइज सर्वे के अनुसार संथाल परगना की 18 सीटों में से भाजपा गठबंधन 6 से 9 सीटें झटक सकती है। वहीं इंडी गठबंधन को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तरी छोटानागपुर की 25 सीटों में एनडीए को 14 से 17 और इंडी गठबंधन को 0-4 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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