देश की 4 महान विभूतियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया। भारत रत्न पाने वालों में पूर्व पीएम पीवी नरसिंह राव, पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं। इन सभी विभूतियों को मरणोपरान्त भारत रत्न सम्मान दिया गया है। जबकि पूर्व डिप्टी पीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति रविवार को सम्मानित करेंगी। चूंकि आडवाणी अस्वस्थ हैं, इसलिए राष्ट्रपति उनके आवास पर जाकर उन्हें यह सम्मान प्रदान करेंगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ कई भाजपा नेता भी उपस्थित रहेंगे।
इन्हें प्रदान किया गया ‘भारत रत्न’
पीवी नरसिंह राव
पीवी नरसिंह राव कांग्रेस के दिग्गज और देश के पूर्व प्रधानमंत्री रहे हैं। 8 बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले नरसिंह राव 50 साल कांग्रेस में रहने के बाद राजीव गांधी के निधन पर पीएम बने थे। इन्हीं के कार्यकाल में अयोध्या में बाबरी विध्वंस हुआ था। राव ने अल्पमत होते हुए भी 5 साल सरकार चलाने में सफल रहे।
चौधरी चरण सिंह
कांग्रेस नेता चौधरी चरण सिंह भी देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। जनता पार्टी में विभाजन के बाद कांग्रेस के समर्थन से चौधरी चरण सिंह पीएम बने थे। किन्तु कांग्रेस ने अचानक चरण सिंह की सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
कर्पूरी ठाकुर
बिहार के ठाकुर परिवार में जन्मे कर्पूरी ठाकुर ने कांग्रेस के खिलाफ सियासत की थी। कर्पूरी उन नेताओं में शामिल हैं जिन्हें इमरजेंसी के दौरान भी उनको गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में पिछड़े और दलित समाज को सम्मान और उनका हक दिलाने के लिए काम किया।
एमएस स्वामीनाथन
एमएस स्वामीनाथन को देश में ‘हरित क्रांति’ की जनक कहा जाता है। उन्होंने भारत को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दिया था। एमएस स्वामीनाथन को कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए पद्मश्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, मैगसेसे सम्मान और विश्व खाद्य पुरस्कार भी मिले थे।
लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं। अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सोमनाथ से अयोध्या तक उन्होंने राम रथ यात्रा निकाली थी। आडवाणी को बीजेपी का लौह पुरुष कहा जाता है। साल 2015 में लालकृष्ण आडवाणी को पद्मविभूषण सम्मान दिया गया था।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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