भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क में दूसरा टेस्ट मैच शुरू हो चुका है। भारतीय टीम टॉस जीतर पहले गेंदबाजी कर रही है। टीम इंडिया की यह कोशिश है कि वह चेन्नई की तरह यह मैच भी जीत ले ताकि सीरीज 2-0 से अपने नाम कर सके। फिलहाल भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है, इस मैच में कुलदीप यादव को फिर जगह नहीं मिल पायी है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर फैंस अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। लगता है चेन्नई के पहले मैच में रविचंद्रन अश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने शानदार की थी, इसलिए कानपुर टेस्ट मैच में टीम में बदलाव करना कप्तान ने मुनासिब नहीं समझा।
कानपुर टेस्ट की शुरुआत तो हो चुकी है, मैच में एक अनोखी बात यह हुई कि रोहित शर्मा ने 60 साल पुराने इतिहास को दोहराया है। दरअसल, कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 60 साल पहले यानी 1964 में किसी कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। वही काम शुक्रवार से शुरू हुए कानपुर टेस्ट में रोहित शर्मा ने किया है। बता दें कि 1964 में इंगलैंड के विरुद्ध कानपुर टेस्ट मैच में मंसूर अली खान पटौदी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। यहां यह भी बता दें कि उस टेस्ट मैच में इंगलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 559/8 रनों का विशाल स्कोर पहली पारी में खड़ा किया था। जबकि भारतीय टीम पहली पारी में 266 और दूसरी पारी में 347/3 का स्कोर खड़ा किया था। यह मैच ड्रा हुआ था।
आज से शुरू हुए मैच में टॉस हारने के बाद बांग्लादेश के कप्तान शांतो ने कहा कि वह पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। इसलिए टॉस हारने का कोई गम नहीं है। पिछले मैच में अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की। शांतो चाहते हैं कि बल्लेबाज अच्छी शुरुआत देकर बड़ा स्कोर बनाएं। दूसरी ओर भारतीय कप्तान ने कहा कि पिच पर नमी को देखते हुए उन्होंने विपक्षी टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया।
न्यूज डेस्क/ समाचार-प्लस – झारखंड-बिहार
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