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World Cup: मैदान के पीछे के इस महारथी को भी याद करना जरूरी, विश्व कप के बाद शायद न आये नजर?

World Cup: It is important to remember this master, he may not be seen after the World Cup?

विश्व कप क्रिकेट 2023 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। 19 नवम्बर को भारत और आस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मुकाबले के बाद एक टीम चैम्पियन बन कर उभरेगी और दूसरी टीम निराशा के साथ ही सही इस विश्व कप के पूरे सफर की बेशकीमती यादें लेकर विदा हो जायेगी। हालांकि उसके बाद सिर्फ यादें ही शेष रहेंगी। और फिर चार साल बाद 2027 में दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की संयुक्त मेजबानी में होने वाले विश्व कप की तैयारियों में सभी टीमें जुट जायेंगी।

भारत आज जो प्रदर्शन कर रहा है, उसमें उसकी पिछले चार वर्षों की मेहनत दिखाई दे रही है। इस दौरान भारत ने कई प्रयोग किये, इन प्रयोगों के दौरान भारतीय टीम ने हार भी झेली, उसका ही नतीजा है कि एक परिपक्व योद्धा की तरह तैयार हुई भारतीय टीम। भारतीय टीम के खिलाड़ी खूब जलवा बिखेर रहे हैं। आज चर्चा हो रही है तो विराट कोहली के रिकॉर्ड प्रदर्शन की, मोहम्मद शामी की आग उगलती गेंदों की। दूसरी टीमों की बात करें तो मैक्सवेल की मैच जिताऊ अद्वितीय पारी की, दोयम दर्जे की टीम समझी जाने वाली अफगानिस्तान और नीदरलैंड्स टीमों की जिन्होंने कई बड़े उलटफेर किये।

इन तमाम शानदार प्रदर्शनों के बीच क्या किसी ने कभी भारतीय टीम को इस रूप में गढ़ने वाले राहुल द्रविड़ को याद किया? जिनकी मेहनत ने भारतीय टीम में वह रंग भरा जिसका असर पूरे विश्व क्रिकेट पर दिखाई दे रहा है। और अब तो शायद यह पूर्व महान क्रिकेट विश्व कप के बाद भारतीट टीम के साथ दिखाई भी न दे। क्योंकि उसका कॉन्ट्रैक्ट विश्व कप तक ही है। और अगर ऐसा होता है तो विश्व का एक ऐसा उदाहरण होगा जो इससे पहले कहीं नहीं देखा गया। आपने फुटबॉल की विश्व कप की प्रतियोगिताएं जरूर देखी होंगी। जिसमें टीमों के हारने वाले कोच नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देते हैं। अगर राहुल द्रविड़ के साथ ऐसा होता है तो इसे क्या कहेंगे?

राहुल द्रविड़ के बारे में क्या सोचता है बीसीसीआई?

वनडे विश्व कप 2023 में भारतीय क्रिकेट टीम धमाकेदार प्रदर्शन कर रही है। भारत ही एकमात्र ऐसी टीम है जिसने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा। इस सफलता के पीछे टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ के योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। मगर द्रविड़ का कार्यकाल बीसीसीआई के अनुबंध के अनुसार, वनडे विश्व कप के बाद खत्म हो जाएगा। तो क्या विश्व कप के बाद द्रविड़ की विदाई हो जाएगी? दरअसल, इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। एक समय बीसीसीआई राहुल द्रविड़ के कार्यकाल को आगे जारी रखने का इच्छुक नहीं था। लेकिन इस समय भारतीय टीम जिस प्रकार का प्रदर्शन कर रही है। उसके बाद शायद बीसीसीआई प्रबंधन इस विषय में कुछ अवश्य सोच रहा होगा। लेकिन उसकी ओर से अभी कोई संकेत नहीं मिले हैं। इसलिए शायद यह कहना जल्दीबाजी होगी कि द्रविड़ की विश्व कप से विदाई हो जायेगी। हो सकता है बीसीसीआई कोई निर्णय लेने के लिए समय भी ले सकता है। भले ही शुरुआत में द्रविड़ की कोचिंग शैली को लेकर बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों को आपत्ति थी, लेकिन भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन ने उन धारणाओं को जरूर बदला है। हालांकि, अहम सवाल यह है कि क्या द्रविड़ खुद भी पद पर बने रहने के इच्छुक हैं।

विश्व कप के आगे अभी आस्ट्रेलिया के खिलाफ T-20 टूर्नामेंट है। टूर्नामेंट 23 नवम्बर से शुरू हो रहा है। सम्भव है कि वीवीएस लक्ष्मण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज में टीम के साथ बतौर कोच जुड़ेंगे। हो सकता है कि इस बीच बीसीसीआई द्रविड़ के भविष्य पर कोई निर्णय ले।

कैसा रहा है द्रविड़ के कार्यकाल में भारतीय टीम का प्रदर्शन?

द्रविड़ के कार्यकाल में भारतीय टीम 17 सीरीज जीतने में सफल रही। 4 में उसे हार का सामना करना पड़ा। 2 सीरीज ड्रॉ रही। इसके अलावा टी-20 विश्व कप 2022 में सेमीफाइनल और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023 के फाइनल तक पहुंची। विश्व कप शुरू होने से पहले भारत ने एशिया कप 2023 भी जीता।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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