कोरोना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया में, हर एक सेक्टर में बड़ा बदलाव लाया है. लोगों के खाने- पीने से लेकर , घूमने फिरने और यहां तक की पढ़ाई लिखाई तक के तौर तरीकों में बदलाव आया है. इन नए बदलाव के कुछ अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं तो कुछ SECTORS में आये बदलाव विनाशकारी साबित हो रहे हैं. खास कर अगर बात शिक्षा के क्षेत्र की करें , तो कोरोना वायरस की वजह से इस क्षेत्र में आए बदलाव से जहां एक तरफ छात्रों का भविष्य अंधकार में जाता नजर आ रहा है, तो दूसरी तरफ स्कूलों पर भी संकट के बदल मंडरा रहे हैं।
बंद हो जायेंगे स्कूल
फीस नहीं मिल पाने के कारण मान्यता प्राप्त हो या गैर मान्यता प्राप्त स्कूल, बंद होने के कागार पर आ गए हैं. पहले लॉकडाउन में ONLINE CLASSES को OFFLINE CLASSES को एक विकल्प माना जा रहा था, मगर महामारी के दूसरे वर्ष में ये CLASSES EDUCATIONAL INSTITUTION पर ही भारी पड़ रहा है. FEES ना मिलने और ऑनलाइन CLASSES की व्यवस्था कर पाने आसमर्थ SCHOOL प्रबंधन ने तो हाथ खड़े कर लिए हैं .
ऐसे में कई शिक्षक बेरोज़गार हो गए हैं , हालत तो यह बन गए हैं कि पढ़ाना छोड़ कर दूसरे कामों में लगने के अलावा कोई उपाय नज़र नहीं आ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मान्यता प्राप्त स्कूलों व गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की हालत तो और भी बदतर हो गई है . ऐसे ही कुछ मामले धनबाद से सामने सामने आए हैं जहां 200 स्कूलों ने ONLINE CLASSES को पूरी तरह से बंद कर दिए हैं . ये मामला सिर्फ धनबाद ही नहीं राज्य का है.
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