न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को दुनिया में नम्बर 1 बनाने में लगे हुए है। उनका गृहराज्य गुजरात और उनका लोकसभा क्षेत्र वाराणसी भी दुनिया में हर क्षेत्र में अपनी नयी पहचान बना रहा है। हर क्षेत्र का मतलब होता है हर क्षेत्र। खेलों में भी गुजरात दिन दुना, रात चौगुना तरक्की कर रहा है। मोदी के खेलप्रेस का ही नतीजा है कि गुजरात के अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनकर खड़ा हो गया है। पीएम मोदी का ध्यान वाराणसी पर ही है, इसलिए अभी कुछ ही दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आध्यात्मिक नगरी में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम निर्माण की घोषणा कर दी है। उम्मीद है, यह 2024 के अंत तक अस्तित्व में भी आ जायेगा।
गुजरात में खेलों में अप्रत्याशित गतिविधियां बढ़ी है
अभी हम बात कर रहे हैं गुजरात की। गुजरात में पिछले कुछ वर्षों में खेलों की जिस तरह से गतिविधियां बढ़ी हैं, वह अप्रत्याशित हैं। राष्ट्रीय खेलों में गुजरात पर पीएम मोदी का ध्यान तो है ही क्रिकेट से भी उनकी निगाहें नहीं हटी हैं। क्रिकेट के रास्ते से भी गुजरात को पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। पिछले साल जब IPL 2022 में जब गुजरात टाइटंस फाइनल में पहुंचा था तभी से यह चर्चा होने लगी कि कहीं ऐसा होना स्क्रिप्टेड तो नहीं है। क्यों आईपीएल 2022 में दो नयी टीमों गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की टीमों को पहली बार शामिल किया गया था। इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गुजरात की टीम फाइनल में पहुंचने में सफल रही। सिर्फ फाइनल में ही नहीं पहुंची बल्कि चैम्पियन भी बनी।
2022 में गुजरात का आसानी से फाइनल में पहुंच जाना क्रिकेट फैंस को थोड़ा खटका था। सबके मन में एक बात जरूर कौंध रही थी कि कहीं यह सत्ता (सट्टा) का खेल तो नहीं। ऐसा खयाल इसलिए आ रहा था, क्योंकि टूर्नामेंट की शुरुआत नरेन्द्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद, गुजरात से हुई। फाइनल मैच भी इसी स्टेडियम में खेला गया। गुजरात की टीम चैम्पियन भी बनी। इसके अलावा बीसीसीआई के सचिव केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जयंत शाह। ऊपर से गुजरात पीएम मोदी का गृहराज्य, मन में तो शंका होगी ही।
मोदी ने सपने देखे तो उसे सच भी कर दिखाया
खैर, यह तो हुई अटकलों की बातें, गुजरात में क्रिकेट को प्रोमोट करने के लिए दुनिया का सबसे बेहतरीन स्टेडियम बन जाना ही बहुत बड़ी बात नहीं है। असल है इसे लोकप्रिय बनाना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह काम भी बखूब किया। खेल के गलियारे से ही नहीं, राजनीतिक गलियारे से भी इस स्टेडियम को दुनिया जानने लगी है। यहां कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच तो हो ही चुके हैं। पिछले साल अचानक मिली राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को भी निभाने में इस स्टेडियम के साथ राज्य के खेल संघ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इतना ही नहीं, इस स्टेडियम को विश्व में लोकप्रिय बनाने के लिए पीएम मोदी ने यहां दो बहुत बड़े राजनीतिक कार्यक्रम भी किये हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रम्प भारत आये थे तब इसी स्टेडियम में पीएम मोदी ने एक मेगा शो करवाया था। हाल में आस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बानीज के भारत दौरे पर भी ऐसा ही मेगा शो इस स्टेडियम में हो चुका है। यानी मोदी सिर्फ सपने ही नहीं देखते, उसे सच भी करना जानते हैं।
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