Weather Report Update: वैशाख का महीना खत्म होने को है और जेष्ठ (जेठ) के महीने की शुरुआत होने ही वाली है। जेठ का महीना गर्मी का आखिरी महीना होता है। इसके बाद हो जाती है बरसात की शुरुआत। क्या आपने गौर किया है कि इस बार मौसम को क्या हो गया है? अप्रैल के महीने में कुछ दिनों को छोड़ दें तो लगभग पूरे देश से इस महीने में गर्मी नदारद रही। कुछ दिनों पड़ी भीषण गर्मी से ऐसा लगा कि इस बार तो सारे रिकॉर्ड ही टूट जायेंगे। मगर उत्तर भारत में हुए मौसम परिवर्तन, पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के कारण हुई बारिश ने गर्मी पर मानो ब्रेक ही लगा दी। हिमालयी प्रदेशों में हुई बर्फबारी और लगभग पूरे देश में हल्की से लेकर भारी बारिश से लोगों को गर्मी से खूब राहत मिली। झारखंड जो कि अपने सुहावने मौसम के लिए जाना जाता है, सच पूछा जाये तो यहां कई लोगों ने अपने कम्बल को अब तक विदाई नहीं दी है, जबकि जेठ का महीना सर पर सवार है।
अभी कैसा है देश के मौसम का हाल?
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मौसम की जो सम्भावना जतायी है, उसके अनुसार अगले पांच दिनों तक देश के कई राज्यों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की होगी। केरल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिम राजस्थान, सौराष्ट्र, कच्छ, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, लक्षद्वीप, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, झारखंड, बिहार, गुजरात क्षेत्र, कोंकण, गोवा में बारिश की सम्भावना है। मौसम विभाग के अनुसार देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होगी। इसके साथ पूर्वोत्तर ही नही, मध्य भारत और दक्षिणी भारत के कई क्षेत्रों में भी बारिश की सम्भावना है। बता दें, इस समय चारधाम यात्रा की शुरू हो चुकी है, लेकिन ताजा हिमपात ने रास्तों को बंद कर दिये हैं, जिसके कारण चारधाम यात्रा को रोक देना पड़ा है।
मौसम विभाग के अनुसार किस क्षेत्र में कैसा रहेगा मौसम?
- पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की-मध्यम बारिश, बर्फबारी, बिजली की गरज और तेज हवाओं की संभावना।
- उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तेज हवाओं, वज्रपात के साथ भारी बारिश।
- हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि।
- उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में बारिश और ओलावृष्टि।
- हिमाचल प्रदेश और जम्मू में भारी वर्षा।
- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश।
- मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के छिटपुट बारिश, ओलावृष्टि।
- कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश।
- झारखंड समेत पूर्वी भारत में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश।
- अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है।
कुल मिलाकर देश को जब बारिश से मुक्ति मिलेगी, तभी न गर्मी पड़ेगी। हालांकि मौसम का पूर्वानुमान यह भी है कि मई के मध्य में भी देश के कई हिस्सों को बारिश के थपेड़ों का सामना करना पड़ेगा। अभी जो बारिश हो रही है, भले ही उससे लोगों को गर्मी से राहत मिल जा रही है, लेकिन मॉनसून की शुरुआत भी होने वाली है। अगर गर्मी नहीं पड़ेगी तो इसका असर मॉनसून पर भी पड़ना तय है। सबको पता है कि मई के अंत तक केरल में मॉनसून का प्रवेश हो जाता है और 12 से 15 जून तक झारखंड में मॉनसूनी बारिश की शुरुआत हो जाती है। कहीं, गर्मी से इस राहत का असर आने वाले मॉनसून पर तो नहीं पड़ेगा।
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न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार