बोकारो स्टील प्लांट के संकट को लगातार गहरा कर शुरू किया गया आंदोलन पुलिस और प्रशासन के एक्शन के बाद देर रात में तब खत्म हो गया जब मेंन गेट के पास से बोकारो की विधायक श्वेता सिंह को बहुत ही सहजता के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी जिस तरीके से गिरफ्तारी हुई लगा मानो विधायक को इसी समय का इंतजार था की प्रशासन के लोग आए, और वे अपनी गिरफ्तारी देकर दल बल के साथ आए प्रशासन की गाड़ी पर लद कर निकल जाय। बोकारो के उपायुक्त ,चास की अनुमंडल पदाधिकारी , बोकारो के एसपी सभी देर रात में दल बल के साथ निकले। बोकारो स्टील प्लांट के मेन गेट को जाम कर वहां डटे लोगों को बताया कि धारा 163 लागू कर पांच आदमियों के एक साथ जमा होने, हथियार लेकर प्रदर्शन करने, मजमा लगाने,सभा और जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और चास अनुमंडल क्षेत्र में चास की एसडीओ ने धारा 163 के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए इस सरकारी आदेश को लागू किया है। इसी के बाद से लग रहा था कि अब प्रशासन का कोई कड़ा एक्शन होगा। संकट के बुरे दौर में फंसे बोकारो स्टील प्लांट को उबारने की कवायद में प्रशासन किसी कठोर एक्शन पर उतरेगा। और जब प्रशासन की गाड़ियां देर रात में हुटर बजाती हुई निकली तो यह समझते देर नहीं लगी कि अब प्रशासन अपने तेवर में होगा और फिर पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय तक भय, दहशत के माहौल में रहे बोकारो को इस संकट से उबारा जाएगा।
बोकारो से रिपुसूदन पाठक की रिपोर्ट