अपने शपथ ग्रहण समारोह में मोदी को क्यों नहीं बुलाना चाहते डोनाल्ड ट्रम्प ? जानिये क्या हो सकती हैं वजह

डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता नहीं मिला है और विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेकर कहा जा रहा है कि वो अमेरिका में पीएम को आमंत्रण मिलने का इंतजार कर रहे हैं। इसे लेकर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर भी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही हैं। उन्होंने कहा है कि अमेरिका में कुछ नहीं रखा है, उन्हें मणिपुर जाना चाहिए। बता दें कि नेहा सिंह आए दिन मणिपुर का जिक्र कर पीएम मोदी पर कटाक्ष करती हैं।

अब नेहा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर बोलता हिंदुस्तान की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें नेहा सिंह के पुराने ट्वीट का जिक्र है। उसमें लिखा है, ‘चीन ने ट्रंप का न्योता ठुकरा दिया और हमारे वाले हफ्तेभर से निमंत्रण की भीख मांग रहे हैं।’ इस पोस्ट को शेयर करते हुए नेहा ने लिखा, “छोड़िये अमेरिका का चक्कर, मणिपुर जाइये।”

दरअसल इससे पहले नेहा ने एक खबर शेयर की थी, जिसमें चीन के ट्रंप का न्योता ठुकराने का जिक्र है। इसके साथ नेहा ने लिखा, “अमेरिकी निमंत्रण के लिए देश का सम्मान दाव पर लगा चुके लोग चाहें तो इन्विटेशन कार्ड चीन के कूड़ेदान में से भी ढूंढ सकते हैं। चीन ने ट्रंप का निमंत्रण ठुकरा दिया है और हमारे वाले हफ़्ते भर से निमंत्रण की भीख मांग रहे हैं। बेहयाई की हद है।”

जानिए क्या हो सकती है वजह की नहीं मिला न्योता !

1. चीन के साथ संबंधों में प्राथमिकता:

Trump ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अपनी शपथ ग्रहण में आमंत्रित किया है, जो दर्शाता है कि वह चीन के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह कदम भारत के लिए अप्रत्याशित है, क्योंकि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद और अन्य मुद्दे हैं।

2. भारत-चीन सीमा विवाद:

भारत और Trump के बीच सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। ट्रंप का चीन को आमंत्रित करना और भारत को न करना, भारत के लिए एक संकेत हो सकता है कि अमेरिका अपनी प्राथमिकताओं में बदलाव कर रहा है।

3. भारत-अमेरिका Trump संबंधों में असहमति:

हाल के वर्षों में, भारत और अमेरिका के बीच कुछ नीतिगत असहमतियाँ उभरी हैं, विशेषकर व्यापार और रक्षा क्षेत्र में। ट्रंप का मोदी को आमंत्रित न करना, इन असहमितियों का परिणाम हो सकता है।

4. Trump ;भारत की आंतरिक राजनीति:

भारत में हाल ही में हुए चुनावों और आंतरिक राजनीतिक घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। ट्रंप का मोदी को आमंत्रित न करना, इन घटनाओं के प्रति उनकी प्रतिक्रिया हो सकती है।

5. कूटनीतिक रणनीति:

ट्रंप की कूटनीतिक रणनीति में कभी-कभी अप्रत्याशित निर्णय शामिल होते हैं। मोदी को आमंत्रित न करना, उनकी इसी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिससे वह वैश्विक राजनीति में अपनी स्थिति को पुनः स्थापित करना चाहते हैं।