विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ OR WHO) के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने गुरुवार को दुनिया को डेल्टा वेरिएंट के मामलों में उछाल के बीच कोविड -19 की तीसरी लहर के ‘शुरुआती चरणों’ की चेतावनी जारी कर दी है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि ‘दुर्भाग्य से … हम अब तीसरी लहर के शुरुआती चरण में हैं।‘, उन्होंने डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने आगाह करते हुए कहा था कि डेल्टा संस्करण का प्रसार, सामाजिक गतिशीलता में वृद्धि और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के असंगत उपयोग के कारण कोविड-19 के मामलों की संख्या और मृत्यु दोनों में वृद्धि हो रही है।
दुनिया में फिर बढ़ने लगे हैं कोरोना का मामले
चाहे यूरोप हो या अमेरिका, ब्राजील हो या आस्ट्रेलिया कोरोना संक्रमण और उससे होने वाली मौतों के आंकड़ों में वृद्धि होने लगी है। हालांकि पिछले 10 हफ्तों के कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को देखें तो इसमें लगातार गिरावट आ रही थी। WHO कोरोना वायरस के बदलते रूप को इसके लिए जिम्मेदार बता रहा है। WHO ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट अब 111 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। लेकिन खतरा पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है। इसके अलावा वायरस का अल्फा वैरिएंट 178 देशों, बीटा 123 देशों और गामा 75 देशों में मिल चुका है।
भारत को भी तीसरी लहर से किया आगाह
भारत में कोरोना संक्रमण मामलों में पिछले दिनों गिरावट देखी जा रही थी, लेकिन जब से विभिन्न राज्यों की सरकारों ने पाबंदियों में छूटें देनी शुरू की है और लोगों ने लापरवाहियां करनी शुरू की हैं तब से कोरोना को संक्रमण और मौत के आंकड़ों में वृद्धि देखने को मिल रही है। देश के अनेक राज्यों में भले ही स्थिति थोड़ी बेहतर है, लेकिन देश के कुछ बड़े राज्य अभी भी बड़ी समस्या से जूझ रहे हैं। इसी को देखते हुए WHO ने आगाह किया है कि डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के कारण कोरोना के भारत पर तीसरी लहर का जोखिम बना हुआ है।
यह सही भी है कि लगातार सातवें सप्ताह कोरोना संक्रमण मामलों में सुधार हुआ था, लेकिन कई राज्यों द्वारा धीरे-धीरे प्रतिबंधों में ढील देने और आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने और टीकाकरण की गति आयी सुस्ती मिलकर देश का संकट बढ़ा रहे हैं। कुल मिलाकर निष्कर्ष यही है कि कोरोना की दूसरी लहर का संकट अभी टला नहीं, तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है।
प्रधानमंत्री मोदी भी जता चुके हैं चिंता
पाबंदियों से छूट मिलने, ट्रेनों और बसों का परिचालन शुरू होने, आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि, सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की लगती भीड़ और लोगों की बरती जा रही लापरवाहियां कोरोना के संकट को और नजदीक बुला रहे हैं। इसक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चितां जाहिर की और लोगों को आगाह किया कि वे कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए ही पाबंदियों से मिली छूट का इस्तेमाल करें। वरना देश फिर से संकट में घिर सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर लाये तभी आता है। अगर हम सावधानियां बरतें तभी कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोक सकते हैं।
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