संसद के शीतकालीन सत्र से पहले या सत्र के दौरान विपक्ष के हाथ कोई न कोई ‘बड़ा मुद्दा लगना’ खूब देखने को मिली है, लेकिन संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में उल्टा ही हो गया है। इस बार सत्ता पक्ष के हाथ ‘बटेर’ लगी है और उसके लेकर विपक्ष को घेर रहा है। इस बार यह मुद्दा किसी छोटे-मोटे नेता को लेकर नहीं, सीधे कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से जुड़ा हुआ है। उसी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला है। सोनिया गांधी पर लगे इस आरोप को लेकर संसद में भी बवाल मचा है। मगर हैरत की बात यह है कि अडाणी मुद्दे पर भी कांग्रेस सदन में हंगामा कर रही है और बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद भी कांग्रेस ने उसका खंडन करते हुए संसद में बवाल मचाया।
मामला कुछ इस प्रकार है, भाजपा के अनुसार सोनिया गांधी जिस संस्था से जुड़ी हैं, उसे जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से वित्तीय मदद मिलती है। भाजपा के अनुसार, फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (FDL-AP) वह संस्था है, जो कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन करती है और सोनिया इसकी सह-अध्यक्ष है।
सोनिया गांधी पर क्या है आरोप?
भाजपा कह रही है कि ‘FDL-AP की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित एक संगठन से जुड़ी हुई हैं। FDL-AP कश्मीर को अलग राष्ट्र के विचार का समर्थन करता है। सोनिया गांधी का ऐसी संस्था से जुड़ाव भारत के आंतरिक मामलों पर विदेशी संस्थाओं के प्रभाव और ऐसे संबंधों के राजनीतिक प्रभाव को व्यक्त करता है। इतना ही नहीं, भाजपा ने कहा, ‘गौतम अडाणी पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्त पोषित OCCRP ने सीधा प्रसारण किया था। यह उनके मजबूत और खतरनाक रिश्ते को दिखाता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने के प्रयासों को उजागर करता है।
क्या है OCCRP?
Organized Crime and Corruption Reporting Project (OCCRP) खोजी पत्रकारों का एक समूह है, जिसकी स्थापना साल 2006 में हुई थी। संस्था संगठित अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों पर नजर रखती है। इस कंपनी को जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर फंड जैसी संस्थाओं से फंडिंग मिलती है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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