न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
पश्चिम बंगाल में शनिवार को हिंसा, बमबाजी, आगजनी, हत्या के बीच पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रही है। चुनावी हिंसा पूरे राज्य भर में जारी है। 7 लोगों की हत्या हो चुकी है, कहीं बैलट पेपर लूटे गये तो कही गोलीबारी और बमबारी की घटनाएं हुई हैं। 7 लोगों की मौत के साथ करीब दो दर्जन लोग घायल भी हुई है। इन हिंसक घटनाओं के बीज भाजपा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार के साथ चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सीधे-सीधे राज्य के चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा पर उंगली उठायी है। अधिकारी ने कहा कि चुनाव आयुक्त वास्तव में ममता बनर्जी के सुपारी किलर हैं। उन्होंने कहा कि राजीव सिन्हा को राज्यभर में हत्या करने की सुपारी दी गई है। शुभेंदु ने राज्य के हालात देखते हुए आपातकाल घोषित कर धारा 356 का इस्तेमाल किये जाने की बाद कही है।
चुनाव आयोग की घंटियां बजती रहीं, किसी ने नहीं उठाया, चुनाव आयुक्त ने तो हद कर दी
राज्य में लगातार हो रही हिंसा की घटनाओं के बीच चुनाव आयोग में शिकायत करने के लिए लगातार फोन की घंटियां बजती रहीं, लेकिन हैरत की बात है कि उन्हें उठाने वाला की नहीं था। सुबह से फोन पर घंटियां घनघनाती रहीं। किसी ने भी फोन नहीं उठाया। और राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा तीन घंटे बाद दफ्तर पहुंचे।
पश्चिम बंगाल में बद से बदतर हालात
पश्चिम बंगाल में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुए, लेकिन हिंसक घटनाएं और हत्याएं रात से ही चालू हैं। राज्य में जैसी-जैसी घटनाएं हुई हैं, उसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि स्थिति कितनी विस्फोटक है। कूचबिहार में मतदान केंद्र को आग के हवाले कर दिया गया। भाजपा पोलिंग एजेंट को बम से उड़ाया गया। एक पुलिसकर्मी और पीठासीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गये। आयोग के दफ्तर पर सुबह से पत्रकारों का जमघट था, चुनाव आयुक्त नदादर थे। सिन्हा के पहुंचने से पहले किसी भी अधिकारी ने मुंह नहीं खोला। कंट्रोल रूम में करीब एक दर्जन से अधिक लैंडलाइन फोन पर घंटी लगातार बज रही है। राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर में शिकायतों का पिटारा जमा हो गया।
राज्यपाल ने चुनावी हिंसा की निंदा की
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने राज्य में व्यापक हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि ये घटनाएं लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक धब्बा हैं। शनिवार सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही राज्यपाल ने विभिन्न हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान कूच बिहार ज़िले में दिनहाटा के बारानाचिना में एक मतदान केंद्र पर कथित तौर पर फर्जी मतदान से नाराज मतदाताओं ने मतपेटी में आग लगा दी।
8 जून को मतदान की तारीख घोषित होने के बाद से शनिवार तक मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 26 हो गई है।
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