Water Crisis Hits Ranchi: राजधानी रांची में गर्मी ने दस्तक दी भी नहीं है और रांची के कई हिस्सों में पीने की पानी की किल्लत होने लगी है. राजधानी के कई मोहल्लों में पानी का लेवल नीचे तो कई जगहों पर बोरिंग फेल हो जा रही है. कई इलाके ड्राइ जोन घोषित हो चुके हैं. साथ ही शहर के अन्य इलाकों में भी अंधाधुंध बोरिंग हो रहे हैं जिसके कारण वाटर टेबल नीचे खिसकता जा रहा है. आलम यह है कि राजधानी के घनी आबादी वाले इलाके में पानी की कमी से लोग मार्च महीने के शुरुआती दिनों से ही परेशान हैं.
लगातार नीचे गिरता जा रहा है वाटर टेबल
राजधानी में भूगर्भ का जलस्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है जिससे स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. शहर के कई इलाकों में जल स्तर नीचे चला गया है. नगर निगम की बोर्ड बैठक में जानकारी दी गई थी कि हर साल राजधानी का जलस्तर 20 फीट नीचे खिसकता जा रहा है.
वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था है जरूरी
शहर में 2.25 लाख से अधिक भवन हैं, लेकिन मात्र 20 हजार में ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा है. 2016 के बाद से रांची नगर निगम का सख्त निर्देश है कि शहर में सभी भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का होना अनिवार्य है. शहर में पानी की समस्या (Water Crisis Hits Ranchi) को लेकर नगर निगम और नगर विकास विभाग की तरफ से यह निर्देश दिया गया है कि जितने भी नए मकान बन रहे हैं, उनमें वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था कराई जाए. जिस मकान में वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था नहीं होती है, उस मकान का नक्शा पास नहीं किया जाए. हालांकि, अभी तक यह व्यवस्था शुरू नहीं हुई है.
पानी पहुंचाने की दिशा में निगम ने किया काम करना शुरू
हालांकि की रांची वासियों को तत्काल इस समस्या से निजात दिलाने के लिए रांची नगर निगम ने कमर कस ली है और पानी की किल्लत वाले मोहल्लों में टैंकर से पानी पहुंचाने की दिशा में काम भी करना शुरू कर दिया है. रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा है कि पीने के पानी के लिए परेशानी नहीं होगी. निगम के पास जो टैंकर है, उनसे पानी मुहैया कराया जायेगा. साथ ही जल्द नए स्टील के टैंकर भी खरीदने की योजना बनाई गई है.