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आवास निर्माण के करोड़ों के ठेके पर कमीशनखोरी, ED के सामने Birendra Ram खोलेंगे राज!

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ED interrogating Engineer Birendra Ram: रांची. झारखंड में ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम (Birendra Ram) को ईडी (ED) स्पेशल कोर्ट से 5 दिनों की मिली रिमांड अवधि से सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं की परेशानी बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के कई सफेदपोश और रसूखदारों से अच्छे संबंध हैं, और वो उनके काफी करीबी बताए जाते हैं.

विभागीय मंत्री आलमगीर आलम ने योजना को दी थी मंजूरी

वीरेंद्र राम पर टेंडर के आवंटन में कमीशनखोरी के राज अब खुलने लगे हैं. इसमें सहायक अभियंता से लेकर ठेकेदारों व वरीय अधिकारियों तक की मिलीभगत सामने आ रही है. ग्रामीण सड़क व पुल निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितताओं की बात अभी तक सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक विगत एक साल में ग्रामीण विकास विभाग ने बड़े पैमाने पर ब्लॉक बिल्डिंग निर्माण का कार्य भी शुरू किया है. 5 अगस्त 2021 को ही ग्रामीण विकास विभाग ने 83 प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी आवास, पर्यवेक्षक आवास, तृतीय वर्ग कर्मी आवास, चतुर्थ वर्ग कर्मी आवास, प्रखंड परिसर का विकास एवं विविध नवनिर्माण की योजना ली थी.  इनमें 452.44 करोड़ की लागत की योजना मंजूर की गयी थी, जिस पर विभागीय मंत्री आलमगीर आलम ने अपनी स्वीकृति दी थी. इसके बाद प्रोजेक्ट पर तकनीकी स्वीकृति मुख्य अभियंता विशेष प्रमंडल वीरेंद्र राम ने ही दी थी.इसके अलावा कई भवन निर्माण कार्य में एल वन की बजाय एल थ्री ठेकेदारों को काम आवंटित करने की बात सामने आ रही है. इससे कई और मामले के राज खुलने की संभावना बढ़ गई है.

 180 करोड़ रुपये अलग से लिया गया

बीडीओ-सह सीओ आवास सहित अन्य आवास निर्माण की 83 योजनाओं पर पहले 365 करोड़ से अधिक लागत आने का आकलन किया गया था. लेकिन नया शिड्यूल ऑफ रेट तय होने के बाद इसके प्राक्कलन में बढ़ोतरी हुई. मुख्य अभियंता रहते हुए वीरेंद्र राम ने इन योजनाओं पर 452 करोड़ राशि खर्च होने का आकलन किया. जिसके बाद  180 करोड़ रुपये अलग से लिया गया था.

पेन ड्राइव खोलेगा राज!

इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वीरेंद्र राम के पास से एक पेन ड्राइव मिला है, जिसमें  ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के प्रमाण हैं. इससे बीरेंद्र राम के करीबी कई राजनेता ईडी के रडार पर आ गए हैं. वहीं जानकारी है कि ईडी बीते कुछ माह से ही वीरेंद्र राम को अपने सर्विलांस पर रखी हुई थी. इस सर्विलांस के दौरान भी वीरेंद्र के द्वारा कई नेताओं तक पैसे पहुंचाने की जानकारी ईडी को मिली है.

डायरी मिलने से मची खलबली

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने उनके यहां से एक डायरी भी बरामद की है, जिसके डिटेल खंगाले जा रहे हैं. ED के सामने बीरेंद्र राम के राज उगलने की संभावना पर अधिकारी से लेकर नेता और मंत्री तक में हड़कंप मच गया है. वो सशंकित हैं कि कहीं बीरेंद्र राम के घर से बरामद डायरी से बड़े राज का पर्दाफाश न हो जाए. बीजेपी ने तो बीरेंद्र राम के करीबियों और उनके साथ की गई काली कमाई में साथ रहने वालों के नाम सार्वजनिक करने और उन पर कार्रवाई करने की मांग भी तेज कर दी है. वहीँ कांग्रेस इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए इसे  2019 में बीजेपी सरकार के समय का बता रही है .

सफेदपोश और रसूखदारों की टेंशन बढ़ी 

सूत्रों के मुताबिक ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम ED की पूछताछ में बीरेंद्र राम हर दिन नये राज खोल रहे हैं . सूत्रों के मुताबिक बीरेंद्र राम अभी ED के समक्ष और कई राज उगलने वाले हैं, इसे लेकर पक्ष -विपक्ष के कई ऐसे लोग हैं जो काफी टेंशन में हैं. बिरेन्द्र राम के ED के खुलासे से राज्य के कई सफेदपोश और रसूखदारों के पेशानी पर बल पड़े हुए हैं.

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