Corona Death: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से जान गंवाने वाले अपने राज्य के पत्रकारों के परिवारों को 10-10 लाख की आर्थिक सहायता जारी कर दी है। मानवता का परिचय देते हुए पूरे देश में 300 से ज्यादा पत्रकार अपन जान गंवा चुके हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी देश के पहले सीएम हैं जिन्होंने पत्रकारों के प्रति मानवता दिखाते हुए उनके लिए राज्य का खजाना खोला है। झारखंड में भी 30 से ज्यादा पत्रकारों ने कोरोना महामारी के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए अपनी जान गंवाई है। मगर इन पत्रकारों के परिजन आज भी राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन से मदद की आस लगाये हैं। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत अपने राज्य के इन कोरोना योद्धा पत्रकारों के लिए अपने राज्य का खजाना कब खोलते हैं।
कोरोना महामारी के दौरान देशभर के पत्रकारों ने अपना घर-परिवार छोड़ कर असहाय लोगों की मदद के लिए जिस मानवता का परिचय दिया है, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने उसका प्रतिफल उसी मानवता के साथ दिया है। सीएम योगी ने दिवंगत पत्रकारों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि जारी की है। सीएम योगी ने सबसे पहले सूचना विभाग से दिवंगत कोरोना से जान गंवाने पत्रकारों का पूरा ब्यौरा जुटाया। अब उन पत्रकारों के परिजनों को सहायता राशि जारी की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के पत्रकारों के संगठन ने योगी का जताया आभार
खबरों के अनुसार अभी करीब दो दर्जन दिवंगत पत्रकारों के परिवार को सहायता राशि मुहैया जा रही है। यूपी के पत्रकारों के संगठन ने सीएम योगी की इस मानवीय पहल पर आभार जताया है।
अब बारी हेमंत सरकार की, खत्म करें झारखंड के पत्रकारों के परिजनों की मदद का इंतजार
गौरतलब है कि पत्रकार मृत्युंजय श्रीवास्तव, टीपी सिंह, शाद्वल कुमार, पंखुड़ी सिंह सहित झारखंड के लगभग 30 पत्रकारों की कोरोना से मृत्यु हुई है। इन पत्रकारों के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री से तत्काल मदद के लिए कई आवाजें उठी हैं। इनमें पत्रकारों के साथ राज्य के कई नेता भी शामिल हैं। इसके बावजूद अभी भी इन पत्रकारों के परिजनों को राज्य की हेमंत सरकार से मदद की आस पूरी नहीं हुई है।
बता दें, कोरोना महामारी के बीच अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले पत्रकारों को देश के 12 राज्यों में पत्रकारों को कोरोना वारियर का दर्जा मिल चुका है। झारखंड के पत्रकारों के लिए भी यह मांग की जा रही है, लेकिन झारखंड में यह मांग अभी सिर्फ मांग ही बन कर रह गयी है। पत्रकारों के हक में कई नेता भी आवाज उठा चुके हैं। पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने तो पत्र लिखकर हेमंत सरकार से आग्रह किया था कि कोरोना महामारी के तमाम मुश्किलों के बीच कई पत्रकारों ने अपना धर्म निभाया है। अब सरकार अपना धर्म निभाये। पहले तो इन पत्रकारों को कोरोना वारियर्स का दर्जा दे और कर्तव्य निर्वाह की राह में जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दे।
कोरोना महामारी के दौरान जान गंवाने वाले झारखंड के पत्रकार
कोरोना महामारी के दौरान झारखंड के 34 पत्रकारों अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि यह जांच का विषय है कि इन 34 पत्रकारों में कोरोना से कितने पत्रकारों की मौत हुई है। रांची प्रेस क्लब के सम्मानित सदस्य सुशील कुमार मंटू के द्वारा कोरोना काल में मृत राज्य के पत्रकारों की उपलब्ध करायी गयी सूची इस प्रकार है-
- प्रबुद्ध कुमार बाजपेयी, जमशेदपुर, झारखंड वनांचल टाइम्स
- आमिर अहमद हाशमी, सिमडेगा, न्यूज 11
- त्रिपुरारी सिंह, हजारीबाग, सहारा समय
- शाद्वल कुमार, हजारीबाग,
- आशुतोष चौधरी, जामताडा़, दैनिक भास्कर
- युगल किशोर यादव, जामताडा़, हिंदुस्तान
- पंकज प्रसाद, रांची
- रंजीत सिंह, पलामू
- गोपाल सिंह, धनबाद
- ख्वाजा मुजाहिदुद्दीन, रांची
- सच्चिदानंद जायसवाल, लातेहार,
- अर्पण चक्रवर्ती, चतरा
- अरविंद प्रजापति, लोहरदगा
- मृत्युंजय श्रीवास्तव, रांची
- सुनील सिंह, रांची
- अतुल वर्मा, लातेहार, न्यूज 11
- अविनाश उपाध्याय, जमशेदपुर, सोशल संवाद
- अजय कुमार, इटकी, रांची, दैनिक भास्कर
- सुरेन्द्र सिंह रुबी, पलामू, थर्ड आई
- वरुण साहा, दुमका
- कमल नारायण वर्मा, धनबाद, स्वतंत्र पत्रकार
- धनंजय मिश्रा, साहेबगंज,
- विजय रजक, धनबाद, दैनिक जागरण
- भारत भूषण, धनबाद, दैनिक जागरण
- चितरंजन कुमार, धनबाद, दैनिक भास्कर
- पंखुड़ी सिंह, हजारीबाग
- राजेश पति, चाईबासा, न्यूज 11
- रामानुजम, रांची, पीटीआई
- रवि शर्मा, धनबाद
- संजीव सिन्हा, दैनिक जागरण, धनबाद
- अंबिका पांडेय, बोकारो
- बशीर अहमद, रांची
- चंद्रभूषण मिश्रा, देवघर
- सुनील कुमार, हजारीबाग
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