न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
उत्तर प्रदेश में दो चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है। तीसरा चरण 20 फरवरी को होने वाला है। इस चरण के लिए सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जोर-शोर से लगी हुई हैं। भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी, सपा के लिए पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पूरा जोर लगाये हुए हैं। पहले चरण में 58 सीटों पर मतदान हुआ था, वह इलाका जाटलैंड है। दूसरे चरण की जिन 55 सीटों पर वोट डाले गये वह मुस्लिम बहुल इलाका है। इस बार की 59 सीटों में से अधिकांश यादवलैंड में हैं। कुछ सीटें बुंदेलखंड की भी हैं।भाजपा को दोबारा सत्ता में आने के लिए वैसे सातों चरण के सब इलाकों में बाजी मारनी होगी। लेकिन वर्चस्व की लड़ाई के लिए यादवों की यह भूमि उसके लिए महत्वपूर्ण है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का ‘कृष्ण’ का आशीर्वाद खूब मिला था। लेकिन 2022 में माहौल बदला हुआ है। इसलिए चुनौतियां भी ज्यादा हैं। चुनौती भाजपा के लिए ही नहीं, सपा के लिए भी है। भाजपा के सामने अपना 2017 वाला प्रदर्शन दोहराने की जहां चुनौती है। वहीं, सत्ता में वापसी को बेताब अखिलेश यादव के लिए इस बार किसी करिश्मे की दरकार है। बता दें, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस क्षेत्र की 59 सीटों में से 49 पर हाथ साफ किया था। सपा के खाते में 8 सीटें आयी थीं। तब सत्ता में रहते हुए सपा की यह दुर्गति ही थी। कांग्रेस और बसपा 1-1 सीटें लेने में सफल हुई थीं। भाजपा ने तो बुन्देलखंड की किसी भी सीट पर विपक्षी को जीत हासिल नहीं करने दी थी।
भाजपा की हर चरण के साथ बदल रही रणनीति
मुद्दे और समीकरण पहले दो चरण में अलग थे। क्योंकि पहली जंग जाटलैंड में लड़ी गयी थी। इसलिए भाजपा ने यहां अलग रणनीति अपनायी। याद होगा आम बजट में मोदी सरकार ने किसानों को बहुत कुछ देने का प्रयास किया। भाजपा इस बोई ‘फसल’ को कितना काट पायेगी, यह तो वक्त बतायेगा। दूसरा चरण मुस्लिम बहुल क्षेत्र में था, इसलिए भाजपा की यहां रणनीति बदल गयी। इस समय देश में ‘हिजाब’ मुद्दा गर्म है। पांच राज्यों के चुनाव के कारण इस गर्मी को विपक्ष बरकरार भी रखे हुए है। लेकिन हिजाब मुद्दे को भी भाजपा ने अपना हथियार बना लिया है। भाजपा ने गेंद मुस्लिम महिलाओं के पाले में डाल कर उसे भुनाने का प्रयास किया है। भाजपा उम्मीद कर रही है कि उसका उसे कुछ फायदा तो अवश्य मिलेगा। यूपी का तीसरा चरण 20 फरवरी को होना है, इसी दिन पंजाब के भी 117 सीटों पर मतदान होगा। दोनों जगहों पर होने वाले मतदान के लिए भाजपा ने कमर कस रखी है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविदास जयंती पर दिल्ली के करोल बाग में रविदास मंदिर में भक्तों के बीच मंजीरा बजाते नजर आये, उनके ऐसा करने का भी अपना नजरिया है। नजरिया साफ है- दलित वोट। पंजाब में दलित वोट ज्यादा हैं तो उत्तर प्रदेश में भी इस चरण में होने वाले मतदान में दलित वोटर भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मुस्लिम वोटरों, खासकर महिला वोटरों पर भाजपा की विशेष नजर है। हिजाब मुद्दा के साथ पूर्व की सरकारों के भ्रष्टाचार और अपराधीकरण जैसे मुद्दे को भी भाजपा तरजीह दे रही है।
इन इलाकों में तीसरे चरण का मतदान
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश के तीन हिस्सों में एक साथ चुनाव होंगे। पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड के साथ-साथ अवध क्षेत्र का विविध रंग इस बार के मतदान में दिखेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कासगंज और हाथरस जैसे पांच जिलों की 19 विधानसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। वहीं, बुंदेलखंड में पांच जिलों झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों की 13 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। अवध क्षेत्र के छह जिलों के कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज और इटावा समेत 27 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है।
यह भी पढ़ें: Punjab में बिहार और यूपी की बेइज्जती और भरे मंच पर चन्नी के साथ प्रियंका वाड्रा की खी-खी, देखिये वीडियो