महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bchchan) आज यानी 11 अक्टूबर को 80 साल के हो गए हैं.फिल्म जगत में अमितभा बच्चन आज जिस मुकाम पर है शायद उस मुकाम पर इससे पहले कोई और नहीं था. वह अभी भी लगातार काम कर रहे हैं और अपने फैंस का मनोरंजन कर रहे हैं. आज बॉलीवुड के शहंशाह माने जाने वाले ‘Big B’ का हैप्पी बर्थ-डे है. पूरा देश, पूरा बॉलीवुड उनका जन्मदिन मना रहा है. लेकिन उनका सफर इतना आसान नहीं था. अमिताभ की जिंदगी में काफी रुकावटे आईं. सबसे परेशानी उनकी आवाज के लिए हुई, भारी आवाज ने अमिताभ बच्चन के सपने को रोकना चाहा. लेकिन अमिताभ बच्चन अपने ख्वाबों को पूरा करने में अड़े रहे डटे रहे.
फिल्मों से पहले अमिताभ बच्चन रेडियो एनाउंसर थे
अमिताभ बच्चन फिल्मों में आने से पहले कोलकाता में रेडियो एनाउंसर और शिपिंग कंपनी में एक्जीक्यूटिव के तौर भी काम कर चुके थे. उस समय उनकी सैलरी 800 रुपए हुआ करती थी. साल 1968 में वह मुंबई आए थे.

इंदिरा गांधी के पत्र से फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम मिला
अमिताभ बच्चन के पास प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी का एक पत्र था. माना जाता है कि इसी पत्र की बदौलत उन्हें के ए अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम मिला.

महमूद के घर पर रहे थे बिग बी
अमिताभ बच्चन अपने शुरुआती दिनों में प्रसिद्ध हास्य कलाकार और निर्माता निर्देशक महमूद के घर पर रहे थे. बाद में उन्होंने उनकी फिल्म बॉम्बे टू गोवा में काम भी किया.

जब फिल्म गुड्डी से अमिताभ बच्चन को हटा दिया गया
बताया जाता है कि फिल्म गुड्डी के लिए सबसे पहले अमिताभ बच्चन को लिया गया था. वह इस फिल्म के कुछ सीन भी शूट कर चुके थे. लेकिन बादल में उन्हें यह कहकर फिल्म से हटा दिया गया कि वह उस किरदार में सूट नहीं करते. इसके बाद समित बांजा को नायक के तौर पर लिया गया था.

अमिताभ और जया बच्चन की शादी
अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की शादी फिल्म अभिमान के रिलीज होने से एक महीने पहले हुई थी. उनकी शादी का भी एक दिलचस्प किस्सा है. दरअसल फिल्म जंजीर की हिट होने पर सभी कलाकारों और क्रू सदस्यों ने विदेश घूमने का प्रोग्राम बनाया था. यह अमितभा औ जया की एकसाथ पहली विदेश यात्रा थी, इसलिए अमिताभ ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से विदेश जाने की अनुमति मांगी. उन्होंने पूछा कि क्या जया भी अमिताभ के साथ जाएंगी, इस पर उन्होंने हां कहा. हरिवंश राय बच्चन ने कहा कि अमिताभ औ जया को देश छोड़ने से पहले शादी करनी होगा. इसके बाद अमिताभ जया से शादी के बाद ही उन्हें विदेश ले जा सके.

जया ने रेखा को डिनर पर बुलाया
जब अमिताभ बच्चन औऱ रेखा के प्यार के चर्चे अखबारों और मैग्जीन की सुर्खियां बनने लगे तो अमिताभ के घर पर हंगामा भी शुरू हो गया. कहते हैं रेखा दिल ही दिल में अमिताभ से प्यार करती थीं लेकिन अमिताभ हमेशा इस बात पर चुप रहे. वहीं एक दिन इन खबरों से परेशान होकर जया ने रेखा को डिनर पर बुलाया था. कहा जाता है कि डिनर पर बुलाकर उन्होंने रेखा को बहुत प्यार से खाना खिलाया और घर भी दिखाया, लेकिन जब बाहर छोड़ने गईं तो उन्होंने कहा, चाहे जो हो जाए, मैं अमिताभ को नहीं छोड़ूंगी. इस बात को सुनकर रेखा दंग रह गई थीं.


1984 में राजनीति में रखा कदम
1984 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या होने के बाद राजीव गांधी के कहने पर अमिताभ बच्चन ने राजनीति में कदम रखा औऱ इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की. उन्होंने भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को हराया था.

ड्यूविले शहर की नागरिकता
अमिताभ बच्चन को ड्यूविले शहर की दुर्लभ मानद नागरिकता भी प्राप्त है जो उन्हें साल 2003 में मिली थी. ये किसी भी विदेशी के लिए दुलर्भ कही जाती है.
जब अफगानी राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने सुरक्षा में आधे सुरक्षा तंत्र को तैनात कर दिया था
कहते हैं कि जब अमिताभ अफगानिस्तान में फिल्म खुदा गवाह की शूटिंग कर रहे थे, तब तत्कालीन अफगानी राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने उनकी सुरक्षा में आधे सुरक्षा तंत्र को तैनात कर दिया था. बताया जाता है कि ये फिल्म अफागनिस्तान के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी हिट थी.

अमिताभ बच्चन, एक समय संघर्षों की लंबी लड़ाई लड़ते भी नजर आए. 80 के दशक में राजनीति में असफलता के बाद बिग बी को उनके हिसाब से फिल्में नहीं मिली. फिर 90 के दशक में बिजनेस में नुकसान इस कदर झेलना पड़ा कि सबकुछ नीलाम होने पर आ गया. लेकिन अपने अडिग स्वभाव की वजह से अमिताभ बच्चन विपरीत परिस्थितियों को मात देकर फिर से उभरे.
ये भी पढ़ें : 900 मीटर से ज्यादा लंबा, 856 करोड़ रुपये की लागत से बन कर हुआ तैयार, ‘श्री महाकाल लोक’ का आज PM मोदी करेंगे लोकार्पण