इंडियन आइडल फेम और यूट्यूब सिंगर फरमानी नाज (Farmani Naaz) कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान ‘हर हर शंभू’ भजन गाने पर देवबंद के उलेमा उनके द्वारा गए भजन से खफा हो गए हैं. उलेमा ने कहा है कि इस्लाम में किसी भी तरह के गाने की मनाही है. उनका कहना है कि फरमानी नाज को भी दुसरे धर्म का भजन या गाना नहीं गाना चाहिए. शिव भजन को लेकर फरमानी नाज को ट्रोल भी किया गया है. कई लोगों ने उन्हें धमकी भी दी है. वहीं फरमानी ने कहा कि वे एक कलाकार हैं. उन्हें हर तरह के गीत गाने पड़ते हैं.

फरमानी नाज की कहानी
फरमानी नाज मुजफ्फरपुर नगर के मोहम्मदपुर गांव में रहती हैं. उनकी शादी 2017 में मेरठ के छोटा हसनपुर गांव निवासी इमरान से हुई थी. एक साल बाद बेटा भी हुआ लेकिन पति ने छोड़कर दूसरी शादी कर ली है. अब फरमानी गाने गाकर ही परिवार चला रही हैं. यूट्यूब पर उनका कव्वाली का भी चैनल है और वह भजन भी गाती हैं. फरमानी कहती हैं कि उनका बेटा बीमार था और ससुराल वाले उनसे मायके से पैसा लाने को कहते थे, इसलिए वह मायके में ही रहने लगीं.

गाने का वीडियो यूट्यूब पर डाला तो वह वायरल हो गया
गांव के एक लड़के राहुल ने फरमानी के गाने का वीडियो यूट्यूब पर डाला तो वह वायरल हो गया. इसके बाद फरमानी नाज इंडियन आइडल में गईं, लेकिन बेटे की तबीयत खराब होने पर वापस आ गईं. फिर वह यूट्यूब पर वीडियो बनाकर डालने लगीं. वह भाई फरमान और राहुल बच्चन के साथ मिलकर वीडियो बनाती हैं.
सिंगिंग और म्यूजिक को धर्म से न जोड़ें- फरमानी नाज
फरमानी नाज का कहना है कि मास्टर सलीम मोहम्मद रफी साहब जैसे बुलंद सिंगर ने भी भजन गाए हैं. उन्होंने कहा कि सभी से हाथ जोड़कर निवेदन है कोई भी सिंगिंग और म्यूजिक को धर्म से न जोड़ें. फरमानी ने कहा है कि कलाकार हिंदू-मुस्लिम देखकर कला का प्रदर्शन नहीं करता है. जो ऐसा करता है वह कलाकार नहीं बन सकता है.