न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
भारत ने यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने का रास्ता निकाल लिया है। अब नये सिरे से भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट करने का प्लान बी तैयार कर लिया गया है। बता दें, दो बार एयरलिफ्ट कर 422 भारतीयों को वापस लाने के बाद युद्ध शुरू हो जाने के कारण एयरलिफ्ट रोक दी गयी थी। तीसरी बार एयरलिफ्ट के लिए जा रही एअर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट को रास्ते से वापस लौटना पड़ा था। इसके बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों, उनके परिजनों के साथ केन्द्र सरकार भी चिंतित हो उठी थई। अपने नागरिकों को यूक्रेन से कैसे निकाला जाये इस पर मंथन करने क लिए इसके लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग की गई है। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कैबिनेट सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद थे।
मीटिंग में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के सभी वैकल्पिक तरीकों पर चर्चा की गई। मीटिंग के बाद विदेश सचिव हर्ष वी. शृंगला ने मीटिंग के बाद बताया कि भारतीय नागरिकों को पोलैंड के रास्ते भारत लाया जाएगा। इसके लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाक रिपब्लिक और हंगरी के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे। शृंगला ने कहा कि पीएम मोदी ने मीटिंग में स्पष्ट कहा है कि सभी नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जायेगी। बता दें, पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच थोड़ी देर गुरुवार रात बात हुई थी। समझा यह जा रहा है कि मोदी और पुतिन की बातचीत में ही यह रास्ता निकला है।
शृंगला ने बताया कि यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए एक माह से तैयारी की जा रही थी। इसके लिए वहां मौजूद सभी भारतीयों का रजिस्ट्रेशन किया गया था ताकि सही संख्या की जानकारी मौजूद रहे। इसी के आधार पर हमें करीब 20,000 नागरिकों की वहां मौजूदगी की जानकारी है। फंसे नागरिकों की इस निकासी के लिए पूरा खर्च भारत सरकार उठाएगी।
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