न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
रूस को यूक्रेन पर हमला किये हुए 29 दिन हो गये हैं। खबरों में यूक्रेन में भारी तबाही के मंजर दिख रहे हैं। यूक्रेन को भारी आर्थिक चोट पहुंची है। धन के साथ जन भी यूक्रेन ने खोये है। लेकिन ऐसा नहीं कि रूस को कोई नुकसान नहीं हुआ। यूक्रेन हमेशा दावा कर रहा है कि उसने रूस को भी काफी क्षति पहुंचायी है। यूक्रेन के दावे की नाटो ने पुष्टि भी की है। यूक्रेन कह रहा है कि उसने रूस के 15000 से अधिक सैनिकों को मार गिराया है। इस बीच नाटो ने भी बुधवार को एक अनुमान के आधार पर बताया कि यूक्रेन से युद्ध में रूस ने 7,000 से 15,000 अपने सैनिक खोये हैं। अफगानिस्तान में रूस ने 10 वर्षों में लगभग 15,000 सैनिकों को खोए थे।
यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने अब तक 15000 से अधिक सैनिक खोए हैं। यह संख्या अफगानिस्तान में उसके 10 साल चले युद्ध में मारे गए सैनिकों से अधिक हो गई है। वहीं, अमेरिका कह रहा है कि कि रूसी सैनिकों के हौसले धीरे-धीरे पस्त पड़ते जा रहे हैं।
हालांकि युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने दुनिया से युद्द रोकने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सबको मिलकर रूस को रोकना चाहिए। साथ ही उन्होंने यूक्रेन को सपोर्ट करने वाले सभी देशों को शुक्रिया भी कहा है। इस बीच जंग से नाराज पुतिन के एक सहयोगी ने रूस छोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक, क्रेमलिन के जलवायु दूत ने अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा देकर रूस छोड़ दिया है।
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