झारखंड के जेलों में है अधीक्षकों की कमी, संकट में है संचालन !

Ranchi : झारखंड की जेलों में गंभीर प्रशासनिक संकट देखा जा रहा है, क्योंकि अधिकांश जेलों में जेल अधीक्षक के पद रिक्त हैं। राज्य की कुल 31 जेलों में से 28 में जेल अधीक्षक के पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें से 19 जेलों में यह पद खाली पड़ा है। इन जेलों में रांची, घाटशिला, साकची, सरायकेला, खूंटी, गुमला, लोहरदगा, गढ़वा, रामगढ़, तेनुघाट, धनबाद, कोडरमा, मधुपुर, देवघर, जामताड़ा, गोड्डा, राजमहल, पाकुड, और हजारीबाग के ओपन जेल जैसे प्रमुख जेल शामिल हैं।

झारखंड की जेलों में कुल 16931 कैदी बंद हैं, जिनमें से 5125 सजायाफ्ता हैं और 11801 अंडर ट्रायल हैं। रांची जेल में सबसे अधिक 3114 कैदी हैं, जबकि अन्य जेलों में कैदियों की संख्या भिन्न-भिन्न है। उदाहरण के तौर पर, देवघर में 708, दुमका में 1150, और गिरिडीह में 664 कैदी हैं।
इन स्थितियों में जेलों का सही तरीके से संचालन मुश्किल हो रहा है, और बिना जेल अधीक्षक के इन जेलों की प्रशासनिक व्यवस्था की स्थिति चिंता का विषय बन गई है।