पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के बाहर अपने सम्बोधन के साथ बजट सत्र की शुरुआत कर दिया है। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा- ”आज बजट सत्र के प्रारंभ में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं। ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का पुण्य स्मरण किया जाता है। मां लक्ष्मी हमें सिद्धि और विवेक देती हैं। समृद्धि और कल्याण भी देती हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र में होने वाले फैसलों को लेकर कहा कि नारी सम्मान के लिए सरकार संवेदनशील है। हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन और समान अधिकार मिले सके इस विषय पर भी फैसले होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में यह पहला सत्र है जिसमें कोई विदेशी चिंगारी नहीं सुलगी। प्रधानमंत्री की इशारा हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद हो जाने की ओर था। उन्होंने कहा कि इससे पहले हर सत्र से पहले कुछ लोग जानबूझकर बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करते थे, और ऐसे मामलों को भड़काने वालों की भी कोई कमी नहीं थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले कहा कि इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिलों पर चर्चा होगी, जो देश को सशक्त बनाने में मदद करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट से भारत के विकास की दिशा में नया भरोसा जगेगा। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का फोकस रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म पर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बजट से विकसित भारत के संकल्प को मजबूती मिलेगी और देशवासियों में नया विश्वास जगेगा।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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