झारखंड: मुंगेर में एंबुलेंस चालक की हत्या कर दी गई। झारखंड के शिकारीपाड़ा से उसकी लाश बरामद हुई है। मृत की पहचान मुंगेर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र बिंदवाडा नवटोलिया निवासी सोहन ठाकुर उर्फ सोनू भाई (50) के रूप में हुई। शनिवार की देर रात घर में शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का आरोप है कि सोहन के दोस्तों ने उसकी हत्या कर दी। परिजनों ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई।
परिजनों का कहना है कि सोहन ठाकुर उर्फ सोनू भाई लखीसराय जिले के बड़हिया अस्तपताल में सरकारी एंबुलेंस का चालक था। 18 दिसंबर को अपने घर बिंदवाडा नवटोलिया आया था। परिजनों ने बताया कि 19 दिसंबर गुरुवार की दोपहर चेतन मिश्रा और सोनू मंडल दोपहर में घर आए थे। दोनों ने कहा कि तारापीठ मंदिर पूजा करने के लिए चलना है। लेकिन सोहन ठाकुर ने मना कर दिया। दोनों साथियों द्वारा बार-बार कहने पर सोहन तारापीठ जाने के लिए राजी हो गया। इसके बाद तीनो सोनू मंडल की सीएनजी ऑटो से पश्चिम बंगाल के तारापीठ चले गए। इसके बाद कासिम बाजार थाना की पुलिस घर आकर जानकारी दी कि सोहन ठाकुर का शव झारखंड के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में मिला है। पुलिस ने बताया कि सोहन ठाकुर को पूरे चेहरे को कूच कूच कर हत्या कर दी।
एक मामले में जेल से छूट कर आया था सोनू
पुलिस के बताया कि सोहन ठाकुर की हत्या के आरोप में सोनू मंडल और चेतन मिश्रा को झारखंड पुलिस ने मुंगेर जिले के असरगंज थाना से गिरफ्तार किया है। इसके साथ पुलिस सीएनजी टेंपू को भी बरामद कर लिया है। परिजनों ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सोनू मंडल चेतन मिश्रा को लेकर अपने नानी घर असरगंज चला गया था। चेतन मिश्रा शास्त्री नगर मोहल्ले का रहने वाला है। भागलपुर मायागज अस्तपताल में स्वास्थ कर्मी पद पर है। वहीं सोनू मंडल कुछ माह पूर्व एक मामले में जेल से छूट कर आया था और टेंपू चलाने का काम करता है।
सोनू और सोहन के बीच विवाद हुआ था
वारदात के बाद सोहन ठाकुर की बेटी सुप्रिया ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर पापा से बात हुई थी तो उन्होंने पूछा कि ड्राइविंग लाइसेंस का कागज घर पर आया है? मैंने कहा कि हां आ गया है। पापा ने उसे संभाल कर रखने को कहा। कुछ देर बाद पापा को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। इसके बाद पुलिस ने घर आकर जानकारी दी उनका शव मिला है। सुप्रिया ने कहा कि छह माह पूर्व गाड़ी चलाने को लेकर सोनू मंडल और पापा के बीच में विवाद हुआ था। इसके बाद मामला खत्म हो गया और सभी लोगों का घर पर आना जाना लगा रहता था। पुलिस ने अपील है कि वह दोनों आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाए।