अमेरिका में चार साल बाद फिर दिखी मोदी-ट्रम्प की कैमिस्ट्री, दिया लड़ाकू विमान का तोहफा
चार वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दोस्त और फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रम्स से मुलाकात की। दोनों काफी गर्मजोशी से आपस में मिले। अमेरिका के दौरे पर गुरुवार को पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रमे के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। इस वार्ता में व्यापार, रक्षा और आव्रजन के मुद्दे प्रमुख रूप से शामिल रहे। इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच कई अहम विषयों पर समझौते हुए। इन मुद्दों के साथ भारत को जो एक बड़ी कामयाबी मिली, वह यह कि मुंबई हमले के गुनहगार तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का ऐलान भी किया गया। द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने संयुक्त प्रेस वार्ता को सम्बोधित भी किया
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प का जताया आभार
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा, सबसे पहले मैं, मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति ट्रम्प को मेरे शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत और अमेरिका संबंधों को अपने नेतृत्व से संजोया है, जीवंत बनाया है। जिस उत्साह से उनकी पहली टर्म मे हमने मिलकर काम किया, वही उमंग, वही उर्जा और वही प्रतिबद्धता मैंने आज भी महसूस की है। आज की चर्चाओं में उनके पहले टर्म मे हमारी उपलब्धियों का संतोष और गहरे आपसी विश्वास का सेतु था। साथ ही नए लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प भी था। हम मानते हैं कि भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को shape कर सकता है।
“मागा” और ‘’मीगा’’
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रम्प के मोटो, Make America Great Again, यानी “मागा” से परिचित हैं। भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प को लेकर तेज गति शक्ति से विकास की ओर अग्रसर हैं। अमेरिका की भाषा में कहूं तो विकसित भारत का मतलब Make India Great Again, यानी “मीगा” है। जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, यानि “मागा” प्लस “मीगा”, तब बन जाता है – “मेगा” पार्ट्नर्शिप for prosperity। और यही मेगा spirit हमारे लक्ष्यों को नया स्केल और scope देती है।
व्यापार और ऊर्जा
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी Trade Agreement को शीघ्र संपन्न करने पर काम करेंगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम Oil तथा Gas trade को बल देंगे। उर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश भी बढ़ेगा। Nuclear Energy क्षेत्र में हमने Small Modular Reactors की दिशा में सहयोग बढ़ाने पर भी बात की।
सुरक्षा समझौता
पीएम मोदी ने आगे कहा, भारत की defence preparedness में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। Strategic और trusted partners के नाते हम joint development, joint production और Transfer of Technology की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी नयी टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट हमारी क्षमता बढ़ाएंगे। हमने Autonomous Systems Industry Alliance, लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अगले दशक के लिए Defence Cooperation Framework बनाया जाएगा। Defence inter-operability, लोजिस्टिक्स, repair और maintenance भी इसके मुख्य भाग होंगे।
तकनीकी समझौता
पीएम मोदी ने कहा, इक्कीसवीं सदी technology-driven century है। लोकतान्त्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है। भारत और अमेरिका Artificial Intelligence, Semiconductors, Quantum, Biotechnology, तथा अन्य technologies में मिलकर काम करेंगे।
पीएम ने कहा, आज हमने TRUST, यानी Transforming Relationship Utilizing Strategic Technology पर सहमती बनायीं है। इसके अंतर्गत critical मिनरल, एडवांस्ड material और फार्मास्यूटिकल की मजबूत सप्लाई chains बनाने पर बल दिया जायेगा। लिथिअम और रेयर earth जैसे स्ट्रेटेजिक मिनरल के लिए रिकवरी और processing initiative लॉन्च करने का भी निर्णय लिया है। स्पेस के क्षेत्र में अमेरिका से हमारा करीबी सहयोग रहा है। “इसरो” और “नासा” के आपसी सहयोग से बनायीं “निसार” satellite, शीघ्र ही भारतीय लॉन्च व्हीकल पर अंतरिक्ष की उड़ान भरेगी।
क्वैड समिट
भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतान्त्रिक मूल्यों तथा व्यवस्थाओं को सशक्त बनाती है। Indo-Pacific में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। इसमें Quad की विशेष भूमिका होगी। इस वर्ष भारत में होने जा रही Quad Summit में हम पार्टनर देशों के साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। “आइ-मेक” और “आई-टू-यू-टू” के तहत हम इकनोमिक कॉरिडोर और कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर मिलकर काम करेंगे।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका दृढ़ता से साथ खड़े रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
“लॉस-एंजेलेस’ और “बॉस्टन” में भारत के नए कांसुलेट
पीएम ने कहा, अमेरिका में रहने वाला भारतीय समुदाय हमारे संबंधों की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। हमारे people-to-people ties को और गहरा करने के लिए हम शीघ्र ही “लॉस-एंजेलेस’ और “बॉस्टन” में भारत के नए कांसुलेट खोलेंगे। हमने अमेरिका की universities और शिक्षा संस्थानों को भारत में off shore campus खोलने के लिए निमंत्रण दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प को भारत आने का निमंत्रण
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प से कहा कि आपकी मित्रता और भारत के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूँ । भारत के लोग तो 2020 की आपकी यात्रा को आज भी याद करते हैं, और उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति ट्रम्प एक बार फिर उनके पास आएंगे। एक सौ चालीस करोड़ भारतवासियों की ओर से मैं आपको भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूं।
भारत भेजा जाएगा तहव्वुर राणा
इसके बाद अमेरिका राष्ट्रपति ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे प्रशासन ने भारत में न्याय का सामना करने के लिए 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों में अपनी भूमिका के लिए भारत में वांछित आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। वह न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है।” पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा फिलहाल लॉस एंजिल्स में एक महानगरीय हिरासत केंद्र में बंद है।
भारत को मिलेगा F-35 लड़ाकू विमान
ट्रम्प ने कहा, रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका भारत को अपनी सैन्य बिक्री में अरबों डॉलर की वृद्धि करेगा और वह देश को 5वीं पीढ़ी के F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान उपलब्ध कराएगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बाद में कहा कि यह सौदा प्रस्ताव चरण में है और औपचारिक प्रक्रिया शुरू होनी अभी बाकी है। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप की इस घोषणा से भारतीय सेना को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद रहेगी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया बेहतर नेगोशिएटर
एक सवाल के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही अच्छे और टफ नेगोशिएटर हैं। वह मुझसे कहीं बेहतर नेगोशिएटर हैं। प्रधानमंत्री मोदी का मुझसे यहां कोई भी मुकाबला भी नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से मेरे एक अच्छे दोस्त रहे हैं और हम इस दोस्ती को बेहतर साझेदारी के रूप में आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने की मध्यस्थता की पेशकश
राष्ट्रपति ट्रंप ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश भी की। उन्होंने कहा, “अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो अच्छा लगेगा, क्योंकि इसे रोका जाना चाहिए। यह काफी हिंसक है।”
बांग्लादेश पर भी बोले राष्ट्रपति ट्रंप
बांग्लादेश संकट पर राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी डीप स्टेट की संलिप्तता की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, “मैं बांग्लादेश को प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे छोड़ रहा हूं।” अमेरिका द्वारा 104 भारतीयों को निर्वासित किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी कहा कि भारत अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे सत्यापित नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है। मानव तस्करी के पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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