Shardiya Navratri: आराधना से प्रसन्न होकर मां सिद्धिदात्री मनोवांछित फल देती हैं
नवम् सिद्धितात्री सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमसुरैरपि| सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी|| मां दुर्गाजी…
नवम् सिद्धितात्री सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमसुरैरपि| सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी|| मां दुर्गाजी…
अष्टम महागौरी श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचिः| महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा||…
सप्तम कालरात्रि एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी॥ वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा।…
षष्ठम् कात्यायनी चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन । कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥…
पंचम स्कन्दमाता सिंहसनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी॥…
चतुर्थ कूष्मांडा सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे…
तृतीय चंद्रघंटा पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघण्टेति विश्रुता।। शारदीय…
द्वितीय ब्रह्मचारिणी दधाना कर पद्माभ्यामक्ष माला कमण्डलु। देवी प्रसीदतु मयि…
प्रथम शैलपुत्री वन्दे वंछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारूढाम् शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ||…