T20 विश्व कप की तैयारियों में कहां हैं हम?
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
आखिरकार दक्षिण अफ्रीका को T20 सीरीज में अपनी धरती पर हराने का टीम इंडिया का सपना फिर चकनाचूर हो गया। पांच T20 सीरीज के पहले दो मैच दक्षिण अफ्रीका ने जीतकर धमाकेदार शुरुआत दी थी, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया ने अगले दो मैच जीतकर शानदार वापसी की। रविवार को अंतिम और निर्णायक मैच बेंगलुरु में खेला जाना था, मैच शुरू भी हुआ, लेकिन बारिश के पानी में यह मैच धुल गया और भारत का भारत में T20 सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को हराने का सपना धरा का धरा रह गया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने भारत में दो T20 सीरीज खेली थी जिसमें टीम इंडिया को या तो हार मिली या सीरीज बराबर रही।
दक्षिण अफ्रीका पहली बार 2015-16 में T20 सीरीज खेलने भारत आया था। महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में 3 मैचों की इस सीरीज में भारत को 2-0 से हार मिली, आखिरी मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। 2019-20 में दक्षिण अफ्रीका फिर भारत आया था। इस T20 सीरीज में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे. 3 मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही। इस बार भी एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। कुल मिलाकर भारत अब तक T20 सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को भारत में नहीं हरा पाया है।
यह तो हुई सीरीज की बात। भारत इस समय जो भी सीरीज खेल रहा है, वह इसी साल अक्टूबर महीने में आस्ट्रेलिया में T20 विश्व कप की तैयारियों का हिस्सा है। उसी की तैयारियों को लेकर भारत कुछ प्रयोग भी कर रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह सीरीज भी इसी प्रयोग के तौर पर खेली गयी। इस सीरीज में कुछ खिलाड़ी भरोसे पर खरे उतरे वहीं, कुछ का प्रदर्शन औसत से कम रहा। इन खिलाड़ियों में कप्तानी की जिम्मेदारी सम्भाल रहे ऋषभ पंत का भी नाम शामिल है। हालांकि पंत का फेल होना टीम इंडिया के लिए निराशाजनक बात है, क्योंकि ऋषभ पंत को भारतीय टीम के मध्य क्रम की रीढ़ माना जाता है। लेकिन लगता है आगामी विश्वकप में उनको लेकर बीसीसीआई को सोचना पड़ सकता है। शीर्ष खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में दिनेश कार्तिक को मौका दिया गया था। कार्तिक को मौका देना का मकसद भी था, जिसमें वह खरे भी उतरे हैं। उन्होंने महत्वपूर्ण दो मौकों पर रन बनाकर टीम इंडिया की नाक भी बचाई है। अब देखना होगा बीसीसीआई उनके इस प्रदर्शन का उन्हें क्या इनाम देता है।
पूरी सीरीज में एक ही बल्लेबाज जिसने सबसे दमदार प्रदर्शन किया, वह है झारखंड का एक और लाल ईशान किशन। ईशान ही एक मात्र ऐसे बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने पांच पारियों (आखिरी रद्द मैच में भी) दहाई का आंकड़ा पार किया है, जिसमें दो अर्द्धशतक भी शामिल हैं। ईशान किशन के प्रदर्शन से जहां बीसीसीआई खुश होगा, वहीं दुविधा में भी रहेगा। क्योंकि जब रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे दिग्गज आगामी सीरीज में वापस आयेंगे तब उसके सामने यह दुविधा रहेगी कि ईशान को किस क्रम में बल्लेबाजी करायें, टीम में रखें या बाहर रखें।
बल्लेबाजी के साथ भारत को अपने गेंदबाजी अटैक पर भी भरोसा है। इस सीरीज में गेंदबाजी का दारोमदार भुवनेश्वर कुमार पर था और उन्होंने अपनी जोरदार गेंदबाजी से प्रभावित भी किया। हर्षल पटेल और यजुवेन्द्र चहल ने अपनी प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन किया। अक्टूबर से पहले अभी टीम इंडिया को कुछ और सीरीज खेलनी है, इन सीरीज में खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनके T20 वर्ल्ड कप में जाने का रास्ता तैयार करेगा।
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